पटना | उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव का प्रभाव अब बिहार में भी पड़ता दिख रहा है। बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) यूपी चुनाव में अकेले चुनाव मैदान में उतरी है, तो अब बिहार में भी वह भाजपा के आमने सामने आ गई।
वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने राजद नेता तेजस्वी यादव को छोटा भाई बताते हुए गठबंधन से अलग होने की धमकी दी, तो भाजपा ने इसे गीदड़ भभकी बताते हुए यहां तक कह दिया कि उन्हें रोका किसने है।
भाजपा के सांसद अजय निषाद ने वीआईपी की धमकी को गीदड़भभकी बताते हुए कहा कि उन्हें रोका किसने है। उन्होंने यहां तक कहा कि उनके अपने तीन विधायक भी उनके साथ नहीं हैं।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में वीआईपी के हिस्से 11 सीट मिली थीं, कितने में निषाद समाज के लोगों को खड़ा किया था। उन्होंने कहा कि यूपी में निषाद पार्टी अपने समाज की लड़ाई वर्षों से लड़ रही, अब उसे पछाड़ने के लिए वीआईपी वहां चुनाव लड़ रही है।
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि सहनी बिहार में मंत्री हैं अब तक अपने समाज के लिए क्या किया?
उल्लेखनीय है कि सहनी ने एक दिन पहले कहा था कि सीएम नीतीश कुमार सफलतापूर्वक बिहार सरकार चला रहे हैं और हमलोग उनके साथ हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव को छोटा भाई बताते हुए कहा था कि आम सहमति बन जाएगी हम साथ में राजनीति करेंगे।
इधर, राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी भी बुधवार की रात अचानक वीआईपी प्रमुख और बिहार के मत्स्य व पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी के यहां सरकारी आवास पर मिलने पहुंचे। दोनों के नेताओं के बीच तकरीबन एक घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई। इसके बाद तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे।