भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज देश में वैक्सीनेशन कार्य के सफल एक वर्ष पूर्ण होने पर जयप्रकाश (जे.पी.) अस्पताल स्थित टीकाकरण केंद्र का अवलोकन किया। उन्होंने वैक्सीन लगवाने के कार्य का जायजा लिया और टीकाकरण कराने आये फ्रंटलाइन वर्कर्स का उत्साहवर्द्धन किया। उल्लेखनीय है कि गत 16 जनवरी 2021 को भारत में वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई थी। जे.पी. अस्पताल के कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उपलब्ध करवाई वैक्सीन
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में ऐतिहासिक दिन है। कोरोना नियंत्रण के लिये शुरू किये गये वैक्सीनेशन को एक वर्ष हो गया है। मार्च 2020 में कोरोना ने दस्तक दी थी। इसके अगले माह ही प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में कोरोना से बचाव केलिए वैक्सीन के निर्माण की पहल कर दी थी। उन्होंने अप्रैल 2020 में टास्क फोर्स का गठन किया था। स्वदेशी टीका बनने के बाद जनवरी 2021 से सभी पात्र लोगों को टीका लगना प्रारंभ हो गया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पहले भी महामारी आती थी। अन्य देशों में बनी वैक्सीन का ही सहारा होता था। दूसरे देशों में निर्मित वैक्सीन पर भारत को निर्भर रहना पड़ता था। बहुत कम अवधि में भारत में वैक्सीन के निर्माण और उसके उपयोग का कार्य प्रारंभ हुआ। वैक्सीनेशन हो जाने से तीसरी लहर में नागरिकों को अधिक चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। भले ही यह संक्रमण आक्रमक नहीं लेकिन हमें पूरी सावधानियाँ रखना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया कि उन्होंने नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध करवाई। मुख्यमंत्री चौहान ने वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों, समस्त डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को धन्यवाद देते हुए कल्याणकारी भूमिका के लिए बधाई दी।
मध्यप्रदेश वैक्सीन लगाने में आगे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि करीब 11 करोड़ वैक्सीन डोज़ प्रदेशवासियों को लगाए जा चुके हैं। गत 15 जनवरी तक मध्यप्रदेश में 5 करोड़ 32 लाख प्रथम डोज़ और 5 करोड़ 8 लाख वैक्सीन का दूसरा डोज भी लगाया जा चुका है। यह लक्ष्य का क्रमश: 97 और 92 प्रतिशत है। अब 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और ऐसे वरिष्ठ नागरिकों जो अन्य व्याधियों से ग्रस्त हैं, उन्हें वैक्सीन डोज, बूस्टर डोज और प्रीकॉशन डोज का लाभ दिया जा रहा है। प्रदेश में 40 लाख 75 हज़ार किशोरों को वैक्सीन और 3 लाख 70 हज़ार बुजुर्गों को प्रिकॉशन वैक्सीन लगाई गई है। मध्यप्रदेश में प्रत्येक श्रेणी में वैक्सीनेशन का कार्य बेहतर ढंग से हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड अनुकूल व्यवहार रखकर ही तीसरी लहर में संक्रमण से बचने का कार्य संभव है। उन्होंने नागरिकों को वैक्सीन के सुरक्षा चक्र का लाभ लेने के साथ ही सभी सावधानियों के पालन का परामर्श दिया। मुख्यमंत्री चौहान ने अनुरोध किया कि टीकाकरण कार्य में सभी राजनीतिक दल, धर्मगुरु, सामाजिक संस्थाएँ और प्रत्येक स्तर के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य सहयोग करें।
भगीरथ प्रयत्न और जनता की सुरक्षा
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जहाँ प्रधानमंत्री मोदी ने भगीरथ प्रयत्न कर कोरोना नियंत्रण के लिए नेतृत्व किया, वहीं हमारे हेल्थ वर्कर, आशा और आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अथक परिश्रम कर खेत, खलिहान, पहाड़, नदी तालाबों को पार कर वैक्सीन लगाकर नागरिकों का जीवन बचाया है। ये सभी अभिनंदन के पात्र हैं। हमारा देश इनकी सेवाओं को भूल नहीं सकता। साथ ही क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य, धर्मगुरू, राजनैतिक दलों के सदस्य, मध्यप्रदेश में संचालित 11 महाअभियानों में जन-भागीदारी सुनिश्चित कर चुके हैं। वैक्सीनेशन से संक्रमण घातक नहीं हो पा रहा है। कुल पॉजिटिव प्रकरणों में से 3 या 4 प्रतिशत व्यक्ति ही अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान की नागरिकों से अपील
मुख्यमंत्री चौहान ने नागरिकों से अपील की कि वैक्सीन से शेष रह गए लोगों को वैक्सीन लगवाने में सहयोग करें। वार्ड, पंचायत स्तर और घर-घर पात्र लोगों को ढूँढकर वैक्सीन लगवाएँ। यही सुरक्षा का सशक्त माध्यम है। कोविड अनुकूल व्यवहार अपनाएँ। तीसरी लहर में संक्रमितों की संख्या बढ़ सकती है, इसलिए फेस मॉस्क के उपयोग, भीड़-भाड़ से बचने, परस्पर दूरी बनाए रखने और बार-बार हाथ धोने जैसी सावधानियों को न छोड़ें। यह हर नागरिक का कर्त्तव्य भी है। होम आयसोलेशन के लिए भी जो सावधानियाँ बताई गई हैं, उन्हें जरूर अपनाएँ। प्रदेश में कोविड केयर सेंटर्स प्रारंभ हो गए हैं। ऑक्सीजन संयंत्र कार्यरत हैं। इन व्यवस्थाओं के बावजूद संक्रमण से बचाव के सभी उपायों पर ध्यान देना है।
मुख्यमंत्री चौहान ने अस्पताल के टीकाकरण केंद्र पर गार्ड हरिदेव यादव और वार्ड बॉय संजय यादव को प्रिकॉशन डोज़ लगवाई और उन्हें प्रमाण-पत्र भेंट किये। उन्होंने प्रिकॉशन डोज़ लेने वाली डॉ. गरिमा, आँगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती रेखा सिंह, आशा कार्यकर्ता श्रीमती सरिता और कजलिखेड़ा के कोटवार राजेन्द्र के साथ सेल्फी भी ली। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाडे, कलेक्टर भोपाल अविनाश लवानिया और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।