लखनऊ: समाजवादी पार्टी और आरएलडी गठबंधन के 29 प्रत्याशियों की सूची के ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गयी है. लखनऊ में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा गठबंधन के प्रत्याशियों की सूची में खूंखार अपराधियों के नाम हैं. सपा हिस्ट्रीशीटर, भगोड़ों, दंगाइयों को टिकट देकर गुण्डाराज की वापसी चाहती है.उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन की प्रत्याशियों की पहली सूची के जरिए समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ संदेश दिया है कि वो अपराधियों, गुंडों और दंगाइयों का साथ छोड़ने को तैयार नहीं हैं. इससे यह भी पता चलता है कि सपा की सरकार बनने का मतलब है, प्रदेश में फिर से दंगा राज, गुंडा राज और अपराधी राज.
उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों की इस सूची में आरोपियों, दंगाइयों, गुंडों और हिस्ट्रीशीटर को टिकट दिया गया है. सपा प्रमुख बताएं कि अपने प्रत्याशियों की सूची और गठबंधन से वो प्रदेश की जनता को क्या सन्देश देना चाहते हैं? अखिलेश बताएं कि क्या वो प्रदेश में फिर से मुजफ्फरनगर जैसा दंगा और कैराना जैसे पलायन की स्थिति पैदा करना चाहते हैं.
लखनऊ में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा सपा-रालोद गठबंधन के चरित्र के खिलाफ अभियान चलाएगी और जनता के बीच सन्देश भी देने जाएगी. खुद जनता भी सपा की वापसी नहीं चाहती हैं. वो 300 प्लस सीटों का आशीर्वाद भाजपा को देने का मन बना चुकी है.
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव से पश्चिमी उत्तर प्रदेश ही नहीं, सम्पूर्ण प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि उन्होंने बुलंदशहर में हिस्ट्रीशीटर हाजी यूनुस जैसे अपराधी, शामली में हिस्ट्रीशीटर भगोड़े नाहिद हसन, मेरठ में हिस्ट्री शीटर रफीक अंसारी, लोनी में हिस्ट्रीशीटर मदन भैया जैसे अपराधी को टिकट क्यों दिया है, जिनका खौफ अन्य प्रदेशों में भी है.