लखनऊ : पश्चिमी यूपी समेत कई राज्यों में कभी अपराध की दुनिया में धमक रखने वाले आईएस-273 गैंग के सदस्य अफजाल को एसटीएफ ने सोमवार को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया. दो सालों से फरार चल रहे अफजाल उर्फ राजू पर 50 हजार का इनाम घोषित था. कानपुर में अफजाल के खिलाफ हत्या, बलवा, एक्सटॉर्शन समेत 29 मुकदमे दर्ज हैं. उसके खिलाफ कानपुर में ही तीन बार गैंगस्टर व दो बार गुंडा एक्ट की कार्रवाई की जा चुकी है.
बता दें कि अफजाल उर्फ राजू पिछले दो सालों से यूपी पुलिस से बचकर दिल्ली, मुम्बई और राजस्थान में से छिपा था. इसके चलते कानपुर के अपर पुलिस आयुक्त अपराध ने अफजाल के ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया था. वहीं अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह व कानपुर के निरीक्षक लान सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी. जिसके बाद सर्विलांस की मदद से अफजाल की लोकेशन ट्रेस कर उसे राजस्थान मुरलीपुरा, जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया.
दरअसल, डी-2 गैंग कानपुर से चलने वाला गैंग है. वर्तमान में यह आईएस 273 (Inter State – 273) गैंग के नाम से जाना जाता है. इस गैंग ने कानपुर से शुरुआत कर पश्चिमी यूपी और दिल्ली के बाद मुम्बई तक अपनी धमक जमा ली थी. जिसके बाद से कई अपराधों को अंजाम देने वाले फरार अफजाल को पुलिस तलाश कर रही थी. इसके बाद सोमवार को सर्विलांस की मदद से यूपी एसटीएफ की टीम ने अफजाल को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, यूपी पुलिस इस गैंग के अधिकतम सदस्यों का पहले ही सफाया कर चुकी है.