शहडोल। देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की मौत के बाद शहडोल जिले में भी शोक की लहर है, सोहागपुर गढ़ी में पूरे दिन बाजार में सन्नाटा पसरा रहा, जबकि युवाओं के बीच कई तरह की चर्चाएं भी खूब रहीं. जहां भी देखिए वहां विपिन रावत और मधुलिका रावत की ही बातें होती रही, इस बीच सोशल मीडिया पर बिपिन रावत और मधुलिका की शादी का एक कार्ड भी खूब वायरल हो रहा है, जो जमकर सुर्खियां बटोर रहा है.
सुर्खियों में रावत की शादी का कार्ड
सोशल मीडिया में बिपिन रावत और मधुलिका के शादी का कार्ड जमकर वायरल हो रहा है और युवा इसे अलग-अलग सोशल ग्रुपों में भी वायरल कर रहे हैं, वहीं इस कार्ड को देखने के लिए लोगों के बीच काफी उत्सुकता भी है, जो भी इस कार्ड को नहीं देख पा रहा है, वो उसे देखने के लिए मांग रहा है. किसी के व्हाट्सअप का स्टेटस बन गया है तो किसी के फेसबुक पर शेयर हो रहा है तो कोई उसे बड़े ही उत्सुकता से देखने के लिए मांग रहा है. बताया जा रहा है कि यह उनकी शादी का कार्ड है, कार्ड में बकायदा दोनों का नाम भी लिखा हुआ है और मधुलिका के पिता का भी नाम लिखा हुआ है, बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत शहडोल जिले के सोहागपुर गढ़ी की रहने वाली थीं, 1986में इनकी शादी हुई थी.
सुर्खियों में बिपिन-मधुलिका की शादी का कार्ड
अंतिम दर्शन के बाद होगा अंतिम संस्कार
जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज उनके आवास कैंट बरार स्क्वायर में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और यहीं उनका अंतिम संस्कार होगा. सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी. सुबह 11 बजे दोपहर 12:30 बजे आम लोग उनको श्रद्धांजलि दे सकेंगे, जबकि 12:30 बजे से सेना के अधिकारी श्रद्धांजलि देंगे.
सैन्य सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
इससे पहले जनरल रावत और अन्य के पार्थिव शरीरों को सड़क मार्ग से कोयंबटूर ले जाया गया. वहां से उन्हें सी-130जे विमान से नई दिल्ली ले जाया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया कि भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अन्य दिवंगत सैन्य कर्मियों का भी उचित सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
तिरंगे में लिपटे ताबूतों पर बरसे फूल
बृहस्पतिवार को सीएम स्टालिन, सुंदरराजन, तमिलनाडु के मंत्रियों, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और अन्य ने यहां पास में वेलिंगटन में मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में हादसे में मारे गए लोगों के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि और पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. तिरंगे में लिपटे ताबूतों को सेना के ट्रकों से कार्यक्रम स्थल पर लाया गया.
मिग17वी5 हेलीकॉप्टर क्रैश में गई जान
भारत के पहले सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य की बुधवार को यहां पास में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. बाद में शवों को एंबुलेंस के माध्यम से पास के कोयंबटूर स्थित सुलूर एयरबेस लाया गया, जहां से उन्हें राष्ट्रीय राजधानी ले जाया गया. मद्रास रेजिमेंटल सेंटर, वेलिंगटन से कोयंबटूर तक लगभग 90 किलोमीटर के मार्ग में मृतकों के अंतिम दर्शन के लिए सड़क के दोनों ओर लोगों की कतार लगी रही. लोगों ने एम्बुलेंस पर फूल बरसाए.