भिंड जिले के गोहद कस्बे में 12वीं के स्टूडेंट का अफेयर गुड़गांव में रहने वाली एक युवती से चल रह था। छात्र को गर्लफ्रेंड से मिलने जाना था। युवक ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची। इसके बाद मोबाइल पर एक एप्लीकेशन के माध्यम से वॉइस बदली और पिता को फोन लगाकर बोला- तेरे बेटे का मैंने अपहरण कर लिया। ढाई लाख चुपचाप दे जाओ। वरना मार दूंगा। जब यह मामला पुलिस को पता चला। गोहद पुलिस ने जब दबिश दी और युवक को पकड़ा। इसके बाद पूरी घटना की सच्चाई सामने आ गई।
ग्वालियर-चंबल संभाग में संभवत यह पहला मामला है, जबकि किसी ने मोबाइल एप्लिकेशन से वॉइस बदलकर स्वयं के अपहरण की कहानी रची हो। दरअसल, भिंड जिले के गोहद कस्बा निवासी सुरेंद्र ने 6 नवंबर को गोहद थाने में पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि मेरा बेटा संदीप (18) घर से बिना बताए कहीं चला गया है। पिता की शिकायत पर पुलिस ने मामले में गुमशुदी दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। 8 तारीख को छात्र का पिता सुरेंद्र फिर पुलिस के पास पहुंचा। बताया कि मेरे बेटे के मोबाइल मेरे पास फोन आया।
फोन करने वाले मेरे बेटे का अपहरण कर रखा है। वो ढाई लाख रुपए की फिरौती मांग रहा है। यह सुनकर गोहद थाना पुलिस क सक्रिय हुई। पुलिस ने तत्काल छात्र के फोन नंबर को साइबर सेल की मदद से मोबाइल की लोकेशन खोजने को कहा। छात्र के मोबाइल की लोकेशन ग्वालियर की आ रही थी। इसके बाद एक पार्टी ग्वालियर भेजी गई।
सख्ती से पूछा तो सब बता दिया
साइबर सेल की मदद से दी जाने वाली लोकेशन के आधार पर छात्र को पुलिस ने मौके से मोबाइल समेत दबोच लिया। पुलिस ने जब छात्र संदीप से पूछताछ की तो पहले वो इधर-उधर की बात कहते हुए घुमाता रहा। जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो छात्र ने सब कुछ सच-सच बता दिया।
पिता से पैसा ऐंठने के लिए किया था होमवर्क
छात्र संदीप ने गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए पिता से पैसा ऐंठने के लिए पहले पूरा होमवर्क किया। छात्र ने स्वयं को अपहृत दर्शाने के लिए गायब हुआ। 6 नवंबर को घर से बिना बताए चला गया। दो दिन गायब रहने के बाद 8 नवंबर को छात्र ने अपने पिता के मोबाइल पर फोन मिलाया। हालांकि घर से निकलने से पहले छात्र ने अपने मोबाइल पर एक एप्लिकेशन डाउनलाेड की थी।
इसके बाद अपनी गर्लफ्रेंड को अलग-अलग नंबर से कॉल करके वॉइस बदलकर चौंकाया था। इसके बाद वो पूरी तरह संतुष्ट हाे गया कि इस एप्लिकेशन से वॉइस बदलकर कॉल करने पर कोई पहचान नहीं सकता तब जाकर उसने खुद के अपहरण और फिरौती की रकम मांगने के लिए पूरी स्क्रिप्ट लिखी, लेकिन पुलिस की एंट्री होते ही छात्र की प्रेम कथा अधूरी रह गई।
6 महीने से चल रहा था अफेयर
पुलिस ने जब छात्र से पूछताछ की तो उसने अपनी प्रेम कहानी सुनाई। छात्र ने बताया कि मई महीने में वो मौसी के घर मुरैना गया था। वहां मौसी की भांजी आई थी। यहां पर मुलाकात हुई थी तब से उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था। मौसी की भांजी गुड़गांव में माता-पिता के साथ रहती है। प्रेमिका को खुश रखने और उसे मुलाकात करने के लिए छात्र को पैसों की जरूरत थी। इसलिए खुद के अपहरण की पटकथा लिख डाली।