आगरा। अब रात में पांचों दिन सभी स्लॉटों में ताजमहल खुलेगा। 250 के स्थान पर 400 सैलानी ताजमहल का रात में दीदार कर सकेंगे। अभी तक मात्र तीन स्लॉटों में ही पर्यटक ताज को रात में निहार पाते थे। कोरोना काल के बाद अब ताजमहल देखने वाले सैलानियों को भी राहत मिल सकेगी। प्रदेश सरकार की नई कोरोना गाइड लाइन में रात्रिकालीन कर्फ्यू को हटा लिए जाने के बाद ताजमहल का रात में दीदार किया जा सकेगा। लगभग दो साल बाद ये सहूलियत सैलानियों को मिलेगी। अभी तक रात में 8:30 से 11 बजे तक आधा-आधा घंटे के पांच स्लॉटों में ही सैलानियों के दीदार के लिए ताज खोला जा रहा था। प्रत्येक पू्र्णिमा पर पांच दिन के लिए ताजमहल रात में 8:30 से 12 बजे तक खुलता है। इसमें आठ स्लॉट होते हैं। हर स्लॉट आधा-आधा घंटे का होता है। प्रत्येक स्लॉट में 50-50 पर्यटकों को ताजमहल का दीदार करने की अनुमति दी जाती है। ताज के रात्रि दर्शन के लिए माल रोड स्थित एएसआई के कार्यालय से एक दिन पहले टिकट बुक करनी पड़ती है। यदि इन पांच दिनों के बीच में शुक्रवार पड़ता है तो ताजमहल का रात दीदार नहीं होता है। शुक्रवार को ताजमहल बंद रहता है। ताजमहल के रात में दीदार करने के लिए सैलानियों को केवल पूर्वी गेट से ही प्रवेश दिया जाता है। ताजमहल के रात्रि दीदार के लिए टिकट कार्यालय से ही बुक होता है। इसके लिए ऑनलाइन कोई व्यवस्था नहीं है। ताजमहल का दीदार करने वाले सैलानी का पहचान पत्र भी लगता है। उसके स्थान पर कोई दूसरा ताजमहल का दीदार करने नहीं जा सकता है।
झांसी में बड़ा हादसा: मेडिकल कॉलेज में लगी भीषण आग, हादसे में 10 बच्चों की मौत; 30 से अधिक मासूमों को बचाया
झाँसी: शुक्रवार देर-रात महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष एसएनसीयू वार्ड में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से…