मोदी सरकार 2025 तक पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था तैयार कर सकती है, ACAE के कांफ्रेंस में केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की खूब सराहना की पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जीP
नई दिल्ली, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विश्वास जताया है कि 2024- 25 तक पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को मोदी सरकार हासिल कर सकती है। उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को दूर करने वाले आर्थिक प्रबंधन के माध्यम से हासिल किया जा रहा है। है। इसके साथ ही पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान में जीएसटी में ज्यादा स्पष्टता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले साल से अर्थव्यवस्था में संदेह के कुछ संकेत नजर आने लगे थे, जिससे जीडीपी वृद्धि दर कम हो गयी है।
कोलकाता में एसोसिएशन ऑफ कॉरपोरेट एडवाईजर्स और एक्जीक्यूटिव्स (एसीएई) के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ” अगर वित्त व्यवस्था का सही तरीका से और दूरदृष्टि के साथ प्रबंधन किया जाए तो पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था की उपलब्धि हासिल की जा सकती है। निवेश के बगैर अर्थव्यवस्था में वृद्धि नहीं होगी “। वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) के बारे में प्रणब मुखर्जी ने कहा, ” जीएसटी लागू होने से कई कर खत्म हो गए। लेकिन इसमें सरकार की तरफ से अधिक स्पष्टता होनी चाहिए जिससे कि अनुपालन हो। बेहतर हो सकता है ”।
बढ़ती कॉरपोरेट धुंध पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में इस तरह के धोखाधड़ी के मामले काफी बढ़ गए हैं। और सरकार को इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति पर रोक लगाने के लिए कड़ाई से कदम उठाने चाहिए।