कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भाजपा की मुश्किलें बढ़ रही हैं वहीं परिस्थितियां भी बदलती जा रही है। विधानसभा चुनाव से पहले जहां तृणमूल कांग्रेस के विधायक भगवा पार्टी में खूब शामिल हो रहे थे। तो वहीं चुनाव बाद तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद से भाजपा के कई विधायक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इन सबके बीच भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। भाजपा के रायगंज से विधायक कृष्ण कल्याणी ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। कुछ दिन पहले ही वह पार्टी से इस्तीफा दे चुके थे। बताया जा रहा है कि भाजपा जिला अध्यक्ष वासुदेव सरकार से कृष्ण कल्याणी का विवाद हो गया था। इसके बाद से कृष्ण कल्याणी ने पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल होने से इनकार कर दिया था। इन सबके बीच भाजपा की ओर से एक दिन पहले ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। नोटिस का जवाब देने से पहले ही कृष्ण कल्याणी ने इस्तीफा दे दिया था।
पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा को करारी शिकस्त दी थी। भाजपा महज 77 सीट जीत पाने में ही कामयाब हो पाई। भाजपा के कई बड़े नेता तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं, जिसमें बाबुल सुप्रियो और मुकुल रॉय जैसे नेताओं का नाम शामिल है। कई ऐसे नेता भी टीएमसी में शामिल हो चुके हैं जो चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे। हाल में ही भाजपा ने राज्य में संगठन में बड़ा परिवर्तन करते हुए दिलीप घोष की जगह सुकांता मजूमदार को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है।
40 बागी विधायकों में से 5 को मिली हार, सामना के जरिए उद्धव ठाकरे ने शिंदे को राजनीति छोड़ने के वादे की दिलाई याद
शिवसेना (यूबीटी) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उनके राजनीति छोड़ने के वादे की याद दिलाई, यदि 2022 में अविभाजित शिवसेना के विभाजन के दौरान उनके साथ रहने वाले…