शास्त्रों की बात
आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 5 अक्टूबर में जन्में व्यक्तियों का मूलांक 5 होता है। मूलांक 5 वाले जातक बुद्धिमान, चतुर और बातों के धनी होते हैं। इनको चुनौतियां से बाहर निकलना भली-भांति आता है। अक्सर इनके मित्र और निकट सम्बन्धी इनसे महत्वपूर्ण विषयों पर सलाह लिया करते हैं। ये परिस्थितियों के अनुरूप अपने आप को ढाल लेते हैं। इनको घूमने-फिरने का भी बहुत शौक होता है। कभी-कभी अपने काम को लेकर यह बहुत स्वार्थी हो जाते हैं। यह एक अच्छे सेल्समेन होते हैं, वैसे अक्सर मूलांक 5 वाले जातक अपना व्यापार करना ही पसंद करते हैं। इनकी शिक्षा उत्तम होती है और गणित में विशेष रूचि होती है। अक्सर इनको एक से अधिक भाषा का ज्ञान होता है। इनको अपना काम दूसरों से निकलवाना आता है। यह धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करते हैं।
मूलांक 5 वाले जातक के लिए अक्टूबर महीने में जीवन में कोई बड़ा बदलाव आ सकता है। आय में वृद्धि होगी। नवम्बर मानसिक उलझनों से भरा महीना रहेगा इसलिए इस महीने व्यापार में जुड़े कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय न लें। दिसम्बर में विद्यार्थियों का ध्यान भटक सकता है, उनको अपना ध्यान केन्द्रित करने के लिए योग का सहारा लेना चाहिए। जनवरी में कोई पुराना मित्र आपके मिलने आएगा। कारोबार में किसी नये क्षेत्र में आपका रुझान बढ़ सकता है। फरवरी में कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिलेंगी, जिनका निर्वाह आप बखूबी करेंगे। मार्च में अविवाहित व्यक्तियों के लिए विवाह का प्रस्ताव आ सकता है। नौकरी में पदोन्नति मिल सकती है। अप्रैल में नौकरी में नये अवसर मिलेंगे। अपने क्रोध पर नियंत्रण रखकर बहुत सी समस्याओं से आज़ादी पा सकते हैं। मई में विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। दाम्पत्य जीवन सुखद रहेगा। जून में धन से जुड़ी समस्या का हल निकाल पाने में सक्षम होंगे। नौकरी की तलाश कर रहे व्यक्तियों को नौकरी मिलने की सम्भावना है। जुलाई में वाहन को सावधानी से चलायें। अगस्त में कोर्ट-कचहरी के मामलों में निर्णय आपके पक्ष में आ सकता है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा, जो आपके कुछ रुके हुए कामों को पूरा करने में आपकी मदद करेंगे। सितम्बर में स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी आ सकती है। ग़लतफ़हमी के कारण जीवनसाथी के साथ तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
उपाय- इस वर्ष के शुभ फल प्राप्त करने के लिए फिटकरी से दांत साफ़ करें, हरी मूंग मंदिर में दान करें, छोटी कन्याओं को भोजन करवायें और उनका आशीर्वाद लें, पक्षियों को दाना डाले, सूर्य नमस्कार करें, हरे रंग के वस्त्र धारण करें।