चीन के साथ सीमा पर तनाव के बीच भारतीय सेना ने लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर K9-वज्र स्वचालित हॉवित्जर रेजिमेंट को तैनात किया है। लद्दाख के मैदानी इलाकों में चीनी सेना के किसी भी हमले का जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने विशेष तैयारी की है। यह तोप लगभग 50 किलोमीटर की दूरी से दुश्मन के ठिकानों पर हमला कर सकती है। स्वचालित K-9 वज्र तोप के प्रदर्शन को लेकर सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे का कहना है कि ये तोपें ऊंचाई वाले इलाकों में भी काम कर सकती हैं, इनके फील्ड ट्रायल बेहद सफल रहे हैं। पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है। चीन ने हमारे पूर्वी कमान तक पूरे पूर्वी लद्दाख और उत्तरी मोर्चे पर काफी संख्या में तैनाती की है। निश्चित रूप से अग्रिम क्षेत्रों में उनकी तैनाती में वृद्धि हुई है जो हमारे लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2018 में K-9 को भारतीय सेना में शामिल किया गया था। K-9 वज्र सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी लद्दाख के मैदानी इलाकों में कार्रवाई के लिए एक बहुत ही प्रभावी हथियार है। 155 एमएम की तोप इसमें लगी हुई है जिसकी रेंज 18 से 52 किलोमीटर तक है। इसमें लगा इंजन 67 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में मदद करता है। इसमें 5 सैनिकों का दल मजबूत कवच से सुरक्षित रहता है।