लखनऊ ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली को लेकर बेहद गंभीर हैं। शुक्रवार को उन्होंने फिर से इसे लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने सख्त लहजे में दोहराया है कि दागी पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को बर्खास्त कर विभाग से बाहर का रास्ता दिखाया जाए। अवैध गतिविधियों में लिप्त भष्ट आचरण के लोगों के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। ऐसे लोगों को चिन्हित कर लिस्ट तैयार की जाए। सभी के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी। उन्होंने निर्देश दिया है कि जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक किसी भी दशा में हर दिन सुबह 10 से 12 बजे तक कार्यालयों में उपस्थित रहकर जन समस्याओं और शिकायतों का समाधान करें। जनता दर्शन से अनुपस्थित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 की बैठक में शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों से पुलिस की शिकायतों को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बीते दिनों कई पुलिस अधिकारियों व कर्मियों के अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने की गंभीर शिकायतें आई हैं। यह कतई स्वीकार नहीं है। पुलिस विभाग में ऐसे लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। सीएम योगी ने ऐसे दागी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्रमाण समेत सूची भी तलब की है। सभी के विरुद्ध कार्रवाई होगी। कहा है कि गंभीर अपराधों में लिप्त पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को बर्खास्त किया जाए। योगी ने कहा कि दागी छवि वाले लोगों को फील्ड में महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती न दी जाए। इसे लेकर किसी भी स्तर पर शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों व कर्मियों के विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिया है कि जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक किसी भी दशा में हर दिन सुबह 10 से 12 बजे तक कार्यालयों में उपस्थित रहकर जन समस्याओं और शिकायतों का समाधान करें। मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव कार्यालय के साथ-साथ एसीएस होम और डीजीपी स्तर से इस व्यवस्था की लगातार मानीटरिंग की जाए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा है कि जनता दर्शन से अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कि नौ सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलों में तैनात एएसपी से लेकर दारोगा तक की स्क्रीनिंग कराए जाने के कड़े निर्देश भी दिए थे। इसके लिए डीजी व एडीजी की अगुवाई में दो समितियां गठित की गई हैं। सीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान जिलों में तैनात पुलिस अधिकारियों व थानेदारों की पोस्टिंग को लेकर भी कड़े निर्देश दिए थे। डीजी विजिलेंस की अगुवाई में गठित एसआइटी एएसपी व सीओ की तथा एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार की अगुवाई में गठित एसआइटी निरीक्षक व उपनिरीक्षक की स्क्रीनिंग कर रही हैं। खासकर भ्रष्ट व दागी पुलिसकर्मियों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। माना जा रहा है कि जल्द कई दागी पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की बर्खास्तगी होगी।