क्षेत्र में फेरी वाले बनकर कपड़ बेच रहे उत्तर प्रदेश के दो युवकों को ग्रामीणों ने 200 रुपये के नकली नोट चलाते पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मौके से युवकों से पांच और धार जिले के खलघाट में किराये के कमरे से 28 नकली नोट जब्त किए। इनमें एक ही नंबर के कई नोट भी मिले हैं। पुलिस ने आरोपितों की बाइक भी जब्त की है।
गांव भोरवाड़ा में किराना दुकान चलाने वाले मुनीम मेहताब के यहां मंगलवार को दो व्यक्ति बाइक से आए और 200 रुपये का नया नोट देकर 10 रुपये के कुरकुरे का पैकेट खरीदा व 190 रुपये लेकर चले गए। मुनीम ने बताया कि उस समय दुकान पर बेटी बैठी हुई थी। जब गल्ले में नोट देखा तो वह जरूरत से ज्यादा कड़क लगा और नोट पर गांधीजी की फोटो भी नहीं थी। इसी तरह गांव घुसगांव में भी दोनों युवकों ने जगदीश जायसवाल के यहां 200 रुपये का नोट देकर 10 रुपये का गुटखा खरीदा और 190 रुपये लेकर चले गए।
जानकारी मिलने पर घुसगांव के राहुल गिरधारी ने आरोपितों को हुलिए के आधार पर खोजना शुरू किया। राहुल खोजते हुए ओझर पहुंचा, जहां दोनों किराना दुकान से कुछ सामान खरीद रहे थे। इस पर राहुल ने शोर मचा कर लोगों को हकीकत बताई। इसके बाद लोगों ने दोनों को पकड़कर पूछताछ की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जब दोनों की तलाशी ली तो आरोपित रवींद्र पुत्र लल्ला निवासी उमरपुर जिला मुजफ्फरनगर (उप्र) के पास से एक ही सीरियल नंबर के दो नकली नोट व रिजवान पुत्र हाशिम निवासी सिकरेड़ जिला मुजफ्फरनगर के कब्जे से एक ही नंबर के तीन नकली नोट पाए गए।
खलघाट में किराये के मकान में रह रहे थे
आरोपितों ने पूछताछ में हाल मुकाम खलघाट जिला धार होना बताया। वे यहां किराये का कमरा लेकर रह रहे थे। इस पर पुलिस खलघाट पहुंची, जहां कमरे से 200 के 28 नकली नोट जब्त किए गए। पुलिस ने आरोपितों से बाइक (यूपी 12-एक्स 5347) व कपड़ों की पोटली जब्त की है। दोनों ने नकली नोट उप्र से खरीदना बताया है। इन्हें बुधवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से केंद्रीय जेल बड़वानी भेजा गया।