इस साल पहले सात महीनों में श्रद्धालुओं के आने का आंकड़ा 23.88 लाख को पार कर गया है। आने वाले दिनों में भीड़ और बढ़ने की उम्मीद, माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अपनी तैयारियां तेज की। वैष्णो देवी यात्रा से पूर्व कोरोना टेस्ट अभी भी अनिवार्य है, अपनी रिपोर्ट नहीं लाए तो पहुंचने पर भी हो रहे हैं टेस्ट
जम्मू: वैष्णो देवी की यात्रा में तेजी से हो रहे इजाफे के कारण वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के साथ साथ कटड़ा के व्यापारियों के चेहरों पर खुशी तो देखी जा सकती है पर तीसरी लहर की आशंका भी उन्हें डरा रही है।
पिछले साल के दौरान यात्रा को कोरोना लील गया था। यही कारण था कि तब मात्र 17.20 लाख श्रद्धालु आए थे तो इस साल पहले सात महीनों में यह आंकड़ा 23.88 लाख को पार कर गया है।
कोरोना महामारी के वर्तमान में बादल छटने के बाद वैष्णो देवी के भक्तों की संख्या में इजाफा होने लगा है। हालांकि बीते मई माह के दौरान तो प्रतिदिन मात्र 800-1000 श्रद्धालु ही मां वैष्णो देवी के भवन पहुंच रहे थे, परंतु जैसे-जैसे कोरोना महामारी के मामलों में कमी आने लगी वैसे-वैसे भक्तों की संख्या बढ़ने लगी है।
वर्तमान में 20 से 24 हजार श्रद्धालु रोज वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आधार शिविर कटड़ा पहुंच रहे हैं। एक बार फिर करीब तीन माह के बाद मां वैष्णो देवी का भवन यहां तक की आधार शिविर कटड़ा श्रद्धालुओं से गुलजार होने लगा है।
इस साल आ चुके हैं 23 लाख से ज्यादा श्रद्धालु
इस साल सात महीने में 23 लाख 88 हजार 859 श्रद्धालु वैष्णो देवी के चरणों में के दरबार हाजिरी लगा चुके हैं। जनवरी में 4 लाख 8 हजार 61, फरवरी में 3 लाख 89 हजार 549, मार्च में 5 लाख 25 हजार 198 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
वहीं, अप्रैल में 3 लाख 21 हजार 735, मई माह में 45 हजार 155 श्रद्धालुओं, जून में कुल 1 लाख 98 हजार 490 तथा जुलाई में 5,00,671 श्रद्धालुओं ने माथा टेका।
अधिकारियों को अब उम्मीद है कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में और बढ़ोतरी होगी क्योंकि कुछ दिनों में और ज्यादा ट्रेनें आधार शिविर कटड़ा तक फिर चलने लगेंगी, जिसकी आस लगाकर स्थानीय व्यापारी वर्ग लगाए बैठा है।
चिलचिलाती धूप हो या भारी उमस या फिर बारिश श्रद्धालु बेपरवाह होकर वैष्णो देवी के आसरे निरंतर अपनी वैष्णो देवी यात्रा कर रहे हैं। उन्हें हर तरह की सुविधाएं मिल रही हैं। हेलीकाप्टर सेवा, बैटरी कार सेवा या केबल कार सेवा उपलब्ध हो रही हैं।
ज्यादा ट्रेनें कटड़ा तक पहुंचने से निस्संदेह मां वैष्णो देवी की यात्रा में बढ़ोतरी होगी, जिसको लेकर माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। वैष्णो देवी के भवन के साथ ही सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों, भोजनालय आदि पर समुचित खाद्यान्न भंडारण और साफ-सफाई व बिजली-पानी की उचित व्यवस्था करवाई जा रही है।
वैष्णो देवी के मार्ग पर भूस्खलन क्षेत्र में आपदा प्रबंधन दल और श्राइन बोर्ड प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
वैष्णो देवी यात्रा के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य
कोरोना महामारी पूरी तरह से थमी नहीं है। तीसरी लहर की भी आशंका है। इसलिए वैष्णो देवी यात्रा से पूर्व कोरोना टेस्ट अनिवार्य है। अगर श्रद्धालु घर से ही अपना आरटीपीसीआर टेस्ट दो दिन पुराना लेकर आता है तो उसे यात्रा करने की इजाजत है।
वहीं, वैष्णो देवी के सभी प्रवेश द्वार दर्शनी ड्योढ़ी, ताराकोट मार्ग, कटड़ा हेलीपैड आदि पर यात्रा आरंभ करने के पूर्व भी श्रद्धालुओं का कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं।