गुजरात के राजकोट और जामनगर जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश हुई। बाढ़ में फंसे हुए 200 से अधिक लोगों को बचाया गया जबकि दोनों जिलों में सात हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। नवनियुक्त मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मंगलवार को जामनगर जिले के प्रभावित इलाकों का दौरा किया और बाढ़ प्रभावित लोगों को मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण जामनगर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा सौराष्ट्र क्षेत्र के राजकोट, जामनगर और जूनागढ़ जिलों से गुजरने वाले 18 राज्य राजमार्ग बंद कर दिए गए, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के बाद कई गांवों का संपर्क सड़कों से टूट गया है। अधिकारियों ने बताया कि फोफल नदी पर बना हुआ एक पुल गिर गया, जिससे राजकोट जिले में जाम कंडोरना और गोंडल को जोड़ने वाली सड़क बंद हो गई। राजकोट और जामनगर में रातभर बारिश के बाद मंगलवार को दोनों जिलों में बारिश कुछ कम हुई, जबकि पड़ोसी जूनागढ़ जिले में दिन में भारी बारिश हुई।
रेस्क्यू में जुटी एयरफोर्स
अधिकारियों के अनुसार भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित दोनों जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमों की ओर से चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों में मदद के लिए भारतीय वायु सेना (IAF), नौसेना और तटरक्षक बल को बुलाया गया।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने एक ताजा बुलेटिन कहा कि राजकोट के लोधिका तालुका में मंगलवार सबसे अधिक 516 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने जामनगर जिले के कई स्थानों में फंसे हुए 22 लोगों को बचाया। जिले में कुल 150 लोगों को बचाया गया। उन्होंने बताया कि वायु सेना ने राजकोट में भी सात ग्रामीणों को बचाया जबकि जिले में कुल 56 लोगों को बचाया गया।