13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसकी अध्यक्षता करेंगे। आपको बता दें कि साल 2021 में पांच देशों के समूह ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, चीन, भारत और दक्षिण अफ्रीका) के सालाना शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता भारत कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी दूसरी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इसके पहले साल 2016 में उन्होंने गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। इस बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा उपस्थित रहेंगे। डिजिटल माध्यम से हो रही इस बैठक में अफगानिस्तान के ताजा हालात पर चर्चा की संभावना जताई जा रही है।
खास बात ये है कि इस बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे। हम सभी जानते हैं कि अफगानिस्तान के मुद्दे पर भारत और चीन के हित और स्टैंड बिल्कुल अगल है। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर ही राष्ट्रपति जिनपिंग सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी चीनी प्रधानमंत्री को अफगानिस्तान में तैयार हो रही आतंकवाद की नई फसल को लेकर जरुर आगाह करने की कोशिश करेंगे। साथ ही इसके खतरों को लेकर कोई निश्चित कार्य योजना बनाने के लिए दबाव डालेंगे। मोटे तौर पर इस मुद्दे पर भारत के अन्य सभी ब्रिक्स देशों का समर्थन हासिल है। ऐसे में भारत की विदेश नीति के लिए ये बैठक काफी अहम साबित हो सकती है।
पीएमओ ने बताया कि अपनी अध्यक्षता में भारत ने चार प्राथमिक क्षेत्रों का खाका तैयार किया है। इन चार क्षेत्रों में बहुस्तरीय प्रणाली, आतंक विरोध, सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए डिजिटल और प्रौद्योगिकीय उपायों को अपनाना और लोगों के बीच मेल-मिलाप बढ़ाना शामिल है। इनके अलावा, उपस्थित राज्याध्यक्ष कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभाव और मौजूदा वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। आपको बता दें कि इस वर्ष ब्रिक्स का 15वां स्थापना वर्ष मनाया जा रहा है।