नई दिल्ली ।
पंजाब की सियासत में एक बार फिर बगावत के सुर बुलंद होने लगा है और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ कई मंत्री और विधायक लामबंद होने लगे हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से असंतुष्ट 20 से ज्यादा विधायकों और करीब 5 से 7 मंत्रियों ने हाल ही में एक बैठक की है। इनमें से कुछ मंत्री जल्द ही अमरिंदर सिंह की कैबिनेट से इस्तीफा भी दे सकते हैं और असंतुष्ट विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही आलाकमान से मिलने के लिए दिल्ली आ सकता है।
बैठक में इन नेताओं से शामिल होने की अटकलें
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में शामिल मंत्री सुखजिंदर रंधावा, सुखबिंदर सरकारिया, तृप्त राजिंदर बाजवा, चरणजीत चन्नी और महासचिव परगट सिंह दिल्ली जाएंगे। खबर है कि 3 मंत्री और 20 कांग्रेस विधायक कैप्टन सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा के घर मिले हैं और अपनी रणनीति तैयार की है। इन विधायकों की बैठक करीब 2 घंटे चली। बैठक में चर्चा हुई कि कांग्रेस सरकार का पंजाब में अच्छा नहीं रहा है और हम चुनाव की तरफ बढ़ रहे हैं, ऐसे में लोगों में अमरिंदर सिंह सरकार के खिलाफ बहुत नाराजगी है।
अमरिंदर सिंह के राजनीतिक भविष्य पर उठ रहे सवाल
असंतुष्ट विधायकों व मंत्रियों की बैठक में कैप्टन अमरिंदर सिंह के भविष्य पर भी सवाल उठाए गए। पंजाब में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होना है और ऐसे में अमरिंदर सिंह से असंतुष्ट नेता लामबंद होने लगे हैं। वहीं पंजाब की सियासत से जुड़े सियासी जानकारों के मुताबिक विधायकों की इस बगावत को नवजोत सिंह सिद्धू से अलग हटकर देखी जानी चाहिए। सिद्धू के अलावा कैप्टन अमरिंदर की कैबिनेट में ही एक ऐसा धड़ा है जो उनके खिलाफ है। यह धड़ा नवजोत सिंह सिद्धू के पहले भी कैप्टन का विरोध कर चुके हैं।