अगर आप भी चाहते हैं कि आपका बच्चा आपको सबसे बेहतर अभिभावक के रूप में देखे, तो इसके लिए आपको एक काम जरूर करना चाहिए। बच्चों को पढ़ाते समय आप खुद भी उनके साथ पढ़ें। इससे बच्चे की नजर में आपकी छवि एक बेहतर अभिभावक की बनती है। साथ ही ऐसा करने से आप बच्चे के प्रति कठोर बनने से बच जाते हैं। इसके अलावा आपका बच्चा भी हाइपरऐक्टिव होने से बच जाता है और बच्चे को ध्यान केंद्रित करने में भी मदद मिलती है। इसके साथ ही मन लगाकर पढ़ने से वह सफलता भी हासिल करते हैं।
बच्चों और माता-पिता के बीच संबंध मजबूत
ऐसा एक अध्ययन में सामने आया है। अध्ययन में बच्चों और माता-पिता के बीच संबंध को मजबूत करने के बारे में सुझाव प्रकाशित किए गए हैं। माता-पिता के लिए अपने बच्चे के साथ दैनिक आधार पर पढ़ने की सरल दिनचर्या न केवल बच्चों के लिए शैक्षणिक आधार पर बल्कि भावनात्मक आधार पर भी लाभ प्रदान करती है जो बच्चे की सफलता को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
पॉजिटिव पैरंटिग स्किल्स होंगी विकसित
अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता ने कहा कि इसके परिणाम सकारात्मक अभिभावक कौशल विकसित करने के लिए माता-पिता की काफी मदद कर सकते हैं। इसमें सामने आया कि 1 से 3 साल तक जब बच्चे पढ़ते नहीं है तब अभिभावक ज्यादा कठोर माता-पिता कहलाते हैं जबकि 3 से 5 साल तक जब वे बच्चे के साथ पढ़ने लगते हैं तो इस समय माता-पिता कम कठोर साबित हुए।
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