संसद सत्र के दौरान विपक्ष के भारी हंगामे के बीच सोमवार की शाम कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने तमाम विपक्षी नेताओं को अपने आवास पर डिनर के लिए आमंत्रित किया। शाम को उनके पर पहुंचनेवालों में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन, आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद, डीएमके नेता तिरुचि शिवा, आरएलडी नेता नेता जयंत चौधरी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस सांसद शशि थरूर और आनंद शर्मा और दूसरे दलों के कई विपक्षी नेता शामिल थे। दरअसल रविवार को कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल का जन्मदिन था और इसी मौके पर उन्होंने विपक्षी पार्टी के नेताओं को अगले दिन यानी सोमवार को अपने घर पर डिनर के लिए बुलाया।
इसमें कोई दो राय नहीं कि कांग्रेस सभी विपक्षी दलों को अपने नेतृत्व में एकजुट करना चाहती है। ये डिनर भी राजनीतिक विचार-विमर्श का एक बहाना है। कांग्रेस खास तौर पर पेगासस जासूसी मामले के उठाना चाहती है। लेकिन बीजेपी सरकार इस पर बहस कराने को तैयार नहीं हो रही है। कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा था कि सरकार के मंत्री सांसदों और देशवासियों को सच नहीं बताना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बताना चाहिए कि उन्होंने पेगासस का इस्तेमाल नहीं किया है, लेकिन ना ही वो इसे स्वीकार रहे है और ना ही इससे इन्कार कर रहे हैं।
वैसे, केन्द्र सरकार ने बयान दिया कि पेगासस की कंपनी से उन्होंने किसी तरह की कोई डील नहीं की है। लेकिन विपक्ष इससे संतुष्ट नहीं है। कांग्रेस की मांग है कि अगर सरकार और इसकी एजेंसियों ने इसका इस्तेमाल नहीं किया, तो सच सामने आना चाहिए, सुप्रीम कोर्ट को इसकी जांच करनी चाहिए। साथ ही संसद में सरकार को एक श्वेत जारी करना चाहिए और बताना चाहिए कि सरकार या किसी दूसरी एजेंसी ने देश में पेगासस का इस्तेमाल किया है या नहीं। जाहिर है इस डिनर के बाद संसद की राजनीति और भी ज्यादा गरम हो जाएगी और हो सकता है कि विपक्ष सामूहिक रुप से किसी मांग को रखे, और सरकार पर उसे मानने के लिए दबाव बनाये।
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झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर रांची शहर में बृहस्पतिवार को स्कूल बंद रहेंगे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी…