कोरोना वायरस ने अंचल में कई जानें ले लीं। अब मच्छर डेंगू का दंश दे रहे हैं। खरगोन जिले एक युवक की मौत हो गई है। जबकि धार जिले में पिछले तीन माह में पांच लोगों की जान डेंगू के कारण चली गई है। अन्य जिलों में भी मरीज मिल रहे हैं। इससे बीमारी को लेकर चिंता बढ़ने लगी है। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग पर्याप्त सतर्कता के दावे कर रहा है। विभाग का कहना है कि जहां भी केस मिल रहे हैं, वहां तत्काल सर्वे कराया जा रहा है। समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। जानिये अंचल के किस जिले में क्या है स्थिति-
धार जिले में इस बार बीमारी के नियंत्रण को लेकर महकमा मुस्तैद नजर नहीं आ रहा। जबकि जिले में पांच लोगों की जान जा चुकी है। डेंगू के कई संदिग्ध मरीज उपचाररत हैं। देवास जिले में पिछले साल डेंगू के 46 मरीज मिले थे। इस साल जुलाई में दो मरीज सामने आए।
इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग की टीम लार्वा सर्वे सहित रोकथाम के अन्य उपाय कर रही है। खंडवा जिले में इस वर्ष अब तक डेंगू के तीन मरीज सामने आए हैं, जबकि पिछले साल 89 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। जिला मलेरिया अधिकारी मनीषा जुनेजा ने बताया कि अभी तक 102 सैंपल संदिग्ध मरीजों के जांचें गए हैं। इनमें से तीन में डेंगू मिला है। जिले के खालवा ब्लाक में मलेरिया और डेंगू नियंत्रण के लिए जल्द लार्वा सर्वे शुरू किया जाएगा।
झाबुआ में फिलहाल राहत है। मंदसौर जिले का सीतामऊ क्षेत्र डेंगू के मामले में हाट स्पाट बना हुआ है। यहां 50 से अधिक डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। सीतामऊ के ब्लाक मेडिकल आफिसर डा.अरविंद चौहान ने बताया कि तहसील में 52 केस हैं, जिनमें 33 सीतामऊ व 19 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं।
बड़वानी जिले में इस वर्ष अब तक डेंगू के छह मरीज मिले हैं। जबकि निजी अस्पतालों में इनकी संख्या कई अधिक होने की जानकारी है। इनमें भी विशेष रूप से बधाों में डेंगू अधिक देखा जा रहा है। निजी अस्पतालों में रेपिड टेस्ट के आधार पर इलाज हो रहा है। गत वर्ष नौ मरीज डेंगू के मिले थे।
शाजापुर जिले में एक जनवरी के बाद से अब तक 61 हजार से ज्यादा मरीजों की ब्लड स्लाइड बनाई गई। फिलहाल मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू का एक भी मरीज सामने नहीं आया है। गत वर्ष चार मरीज यहां डेंगू के मिले थे।
खरगोन जिले के महेश्वर ब्लाक के बरलाय में 20 वर्षीय युवक की मौत हो गई है। उसकी डेंगू की रिपोर्ट भी पाजीटिव आई थी। इसके बाद स्वास्थ्य अमले ने ग्रामीणों के सैंपल भी लिए।
सेगांव में भी डेंगू लक्षण वाले पीड़ितों का इलाज जिला अस्पताल और इंदौर में चल रहा है। जून माह में कसरावद क्षेत्र के उमरियाबैड़ी में ग्रामीण इसकी चपेट में आ चुके हैं। सीएमएचओ डा. डीएस चौहान ने बताया कि जिन स्थानों से डेंगू की सूचना मिल रही है। वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सर्वे कर लोगों की जांच की जा रही है। ग्रामीणों को घरों आसपास जलभराव नहीं होने और साफ-सफाई रखने के लिए समझाइश दी जा रही है।