प्रवर्तन निदेशालय ने अवंता रियलिटी के उद्योगपति गौतम थापर को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के मामले में की गई है। गौतम थापर केमिकल इंजीनियर रहे हैं और कई कंपनियों में बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
कई अधिकारी भी निशाने में
यह मामला यस बैंक सहित 11 अन्य बैंकों के एक समूह की ओर से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की एक शिकायत पर आधारित है। सीबीआई ने थापर के अलावा सीजी पावर ऐंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस, पूर्ववर्ती क्रॉम्पटन ग्रीव्स लिमिटेड, और इसके तत्कालीन अधिकारियों को भी आरोपी बनाया है, जिनमें मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के एन नीलकंठ, कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) माधव आचार्य, निदेशक बी हरिहरन, गैर कार्यकारी निदेशक ओंकार गोस्वामी और सीएफओ वेंकटेश राममूर्ति शामिल हैं।
क्या है मामला
सीबीआई ने अवंता ग्रुप के प्रमोटर गौतम थापर, ओएस्टर बिल्डवेल और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ कथित तौर पर 466 करोड़ रुपये के फंड की हेराफेरी का केस दर्ज किया है। 2017-19 के बीच यह फंड यस बैंक में डायवर्ट किए जाने का आरोप हैञ सीबीआई का कहना है कि मामले के आरोपी आपराधिक साजिश, चीटिंग और फर्जीवाड़े में शामिल हैं.
466.15 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि 466.15 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई। ओएस्टर बिल्डवेल प्राइलेट लिमिटेड अवंता ग्रुप का हिस्सा है जिसका 97 परसेंट शेयर अवंता रियलिटी के पास है। बाकी के शेयर थापर और वाणी एजेंसी के पास हैं।