दोनों सदनों में बुधवार का दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। बार-बार के हंगामे और स्थगन के बीच दोनों सदनों को गुरुवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वैसे इस सत्र में पहली बार प्रश्नकाल हुआ। इसे अलावा राज्यसभा में किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2021 (Juvenile Justice (Care and Protection of Children) Amendment Bill, 2021) को ध्वनिमत से सदन की मंजूरी मिली। संसद से पास यह बिल किशोर न्याय (बच्चों की देखरेख और संरक्षण) एक्ट-2015 में संशोधन करता है। इस बिल को महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने 15 मार्च 2021 को लोकसभा में पेश किया था। इसके साथ ही, सदन की कार्यवाही गुरुवार 11 बजे तक स्थगित कर दी गई।
पेगासस जासूसी मामले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी है और इसकी वजह से बुधवार को भी संसद की कार्यवाही बुरी तरह बाधित हुई। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान 12 बजे विपक्ष ने लोकसभा में स्पीकर के चेयर के ऊपर कागज के टुकड़े फेंके। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना बताया। पेगासस जासूसी मामला और केंद्रीय कृषि कानूनों समेत कुछ अन्य मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर ढाई बजे और तीन बजे तक स्थगित करनी पड़ी। वैसे इस हंगामे के बीच ही सदन में संशोधन बिल पास किया गया। लोकसभा में बुधवार को हंगामा करने वाले विपक्ष के दस सांसदों को निलंबित किया जा सकता है।
राज्यसभा की कार्यवाही भी 12 बजे और फिर दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी। सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष के सांसद तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे और हंगामे के चलते कार्यवाही टालनी पड़ी।12 बजे तक के स्थगन के बाद मॉनसून सत्र में राज्यसभा में पहली बार प्रश्नकाल हुआ और विभिन्न मंत्रियों ने सदस्यों के पूरक प्रश्नों के जवाब दिए। हालांकि इस दौरान विपक्षी सदस्य आसन के समक्ष आ कर हंगामा करते रहे। इस पर उप सभापति हरिवंश ने सदन को दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दिया। दुबारा कार्यवाही शुरु होने पर फिर हंगामा शुरु हुई, सदन की कार्यवाही अगले दिन 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।