पेगासस जासूसी मामला, तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा की कार्रवाई एक बार के स्थगन के बाद करीब सवा 12 बजे दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं तृणमूल कांग्रेस सदस्य शांतनु सेन के निलंबन के बाद विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्रवाई भी सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गया विपक्ष
सुबह सदन की कार्रवाई शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और प्रश्नकाल शुरू कराया। इसके बाद कुछ विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए। कुछ सदस्यों के हाथों में तख्तियां थीं जिन पर पेगासस मामले की सुप्रीम की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग के बारे में लिखा हुआ था। सदन में हंगामे के बीच ही स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने मंत्रालयों से संबंधित पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए। बिरला ने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और कोविड दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की। बिरला ने कहा कि आप लोगों ने मास्क नहीं लगा रखे हैं। कोरोना संक्रमण खत्म नहीं हुआ है। आप जन प्रतिनिधि हैं। अगर आप खुद संक्रमण फैलाएंगे तो फिर क्या संदेश जाएगा। व्यवस्था बनती नहीं देख अध्यक्ष ने लोकसभा की कार्रवाई शनिवार और रविवार को अवकाश होने के कारण सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
शांतनु सेन के निलंबन पर राज्यसभा में हंगामा
तृणमूल कांग्रेस सदस्य शांतनु सेन को सदन में उनके अशोभनीय आचरण के लिए राज्यसभा के मौजूदा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। इसके बाद तृणमूल एवं अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण संसद में व्यवधान पैदा हुआ। लिहाजा दो बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दोपहर ढाई बजे जब कार्यवाही आरंभ हुई तो विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पेगासस जासूसी विवाद का मुद्दा उठाना चाहा। इस पर पीठासीन सभापति भुवनेश्वर कालिता ने कहा कि इस बारे में सरकार की तरफ से पहले ही बयान दिया जा चुका है। इसी बीच, राज्यसभा में उपनेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इस मुद्दे को उठाया जा चुका है ओर इस पर सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री का बयान आ चुका है। इसी बीच विपक्ष ने फिर से हंगामा करना शुरू कर दिया और सदन की कार्रवाई सोमवार तक के लिए स्थगित हो गई।