प्रह्लाद पटेल की फोन टैपिंग : बड़ी जिम्मेदारी की संभावना या कद घटाने की कोशिश, जानिए क्या कहते हैं समर्थक और विरोधी

जबलपुर/दमोह। पेगासस फोन टैपिंग कांड में दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल का नाम सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीति में तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। समर्थक जहां इसे पटेल को मिलने वाली किसी बड़ी जिम्मेदारी की वजह बता रहे हैं वहीं उनके विरोधी इसे उनका कद कम करने की राजनीति बताते हैं। फोन टैपिंग मामले में जो डाटाबेस सामने आया है उसके मुताबिक प्रह्लाद पटेल के अलावा उनकी पत्नी, बेटे ,कुक, माली, सांसद प्रतिनिधि सहित 15 से ज्यादा करीबियों के फोन टेप किए गए थे। जब उनके दमोह आवास पर उनके स्टाफ से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन यहां कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं था।
बढ़ते कद को रोकने की हो सकती है कोशिश माना यह भी जा रहा है कि प्रह्लाद पटेल पहले मुरली मनोहर जोशी से जुड़े रहे हैं और अब केंद्र में उनकी नितिन गडकरी से ज्यादा करीबी मानी जाती है। फोन टेप किए जाने की एक वजह में यह भी हो सकता है कि दिल्ली की राजनीति में उनके बढ़ते कद को देखते हुए उन पर निगाह रखी जा रही हो। प्रदेश की राजनीति में भी बीते दिनों हुई हलचल में प्रहलाद पटेल का नाम मुख्यमंत्री पद के महत्वपूर्ण दावेदारों में भी शामिल रहा था, हालांकि व्यक्तिगत रूप से उन्होंने इस रेस में शामिल होने से इनकार करते रहे हैं, लेकिन उस दौर में राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा गर्म थी। करीबी कुछ भी कहने को तैयार नहीं प्रहलाद पटेल के बेहद करीबी लोग इस मुद्दे पर फिलहाल कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। हालांकि सभी को इस बात की हैरानी जरूर है कि उनके नेता का फोन आखिर क्यों टेप किया जा रहा था। जब केंद्रीय फूड प्रोसेसिंग और जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल के दमोह निवास पर मौजूद स्टाफ से बात करने की कोशिश की, लेकिन यहां कोई भी मुंह खोलने को तैयार नहीं दिखा। पटेल फिलहाल दिल्ली में हैं। जब दिल्ली स्थित उनके आवास पर संपर्क किया गया तो जवाब मिला कि वे फिलहाल व्यस्त हैं इसलिए बातचीत नहीं हो सकती। दमोह स्थित उनके सांसद आवास में कार्यरत उनके स्टाफ में उनके निज सहायक राजकुमार सिंह, निज सचिव रमेश पटले, पत्राचार प्रमुख विमल असाटी के अलावा दो ऑफिस इंचार्ज, सुरक्षा गार्ड, रसोईया, चपरासी, माली सहित करीब एक दर्जन लोगों का स्टाफ मौजूद था और रोजाना की तरहकाम किया जा रहा था। आपको बता दें कि इसके अलावा उनके जबलपुर और नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव स्थित आवास पर भी बड़ा स्टाफ मौजूद रहता है।

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