नई दिल्ली ।
संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को भी विपक्षी दलों केे हंगामे के साथ कार्यवाही की शुरुआत हुई। लोकसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही स्थगित कर दी गई। इसके बाद दोपहर दो बजे दोपहर दोबारा शुरू होने के बाद भी नारेबाजी केे कारण तीन बजे तक सदन को स्थगित कर दिया गया। वहीं राज्यसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित होने के बाद जब शुरू हुई तब सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कोविड महामारी को लेकर केंद्र पर हमला बोला।
भाजपा नेता अनिल जैन और रामदास अठावले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि महामारी के दौरान उन्होंने सीमित संसाधनों के साथ बेहतरीन काम किया। राज्यसभा में शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा, ‘सरकार से हमारा सवाल है कि आप आंकड़े क्यों छुपा रहे हैं? कितने लोगों की मौत हुई? हमें इसका सही आंकड़ा बताइए। जो रिपोर्ट हैं वो सरकारी आंकड़े से ज़्यादा है। आज पूरे देश में वैक्सीन की कमी है।’ संजय राउत ने वैक्सीन के विदेश सप्लाई का मामला उठाते हुए कहा, ‘6 करोड़ वैक्सीन विदेश भेजे गए। भारत में हुई मौतों की गवाह है गंगा नदी। धारा 297 में कहा गया है कि शवों का अपमान नहीं होना चाहिए।’
AIADMK के नेता एम थांबिदुरई ने महामारी पर बोलते हुए प्रधानमंत्री की पुणे और हैदराबाद दौरे की सराहना की जहां कोरोना वैक्सीन के उत्पादन का काम हो रहा है।
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए बजट को बढ़ाने की मांग की। उन्होंने सदन में कहा, ‘भविष्य की चुनौतियों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय का बजट आवंटन बढ़ा दें। बजट से पहले मैंने निर्मला जी से स्वास्थ्य बजट बढ़ाने की बात कही थी। मौजूदा स्वास्थ्य बजट फर्जी है। वास्तविक बजट केवल 72,000 करोड़ रुपये का है। आपने अन्य विभागों का बजट स्वास्थ्य में जोड़ दिया।’
राज्यसभा में महामारी पर चर्चा
खडगे ने कहा, ‘इतने बड़े देश में कोरोना से कितने लोग मरे क्या ये रहस्य ही बना रहेगा? सरकार देश में कोरोना से 4 लाख से अधिक मौतों की बात बताती है। जो झूठे आंकड़े सरकार जारी कर रही है वो सत्य से दूर हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने 15 मई 2021 को कहा कि जो लोग चले गए वो मुक्त हो गए। सरकार का समर्थन करने वाले संघ की क्या नीति और मंशा है, ये इससे पता चलता है।’ तृणमूल कांग्रेस के सांसद शांतनु सेन ने कहा, ‘तमिलनाडु में एक दिन में 234 सीटों पर चुनाव हुए। पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में 294 सीटों पर। संक्रमण दर चुनाव से पहले 2.3% था और इसके बाद यह बढ़कर 33% हो गया। हमारे मुख्यमंत्री को बधाईयां, अब यह वापस 1.8% हो गया है।’
इसके कारण लोकसभा पांच मिनट भी नहीं चल सकी और दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। वहीं राज्यसभा पहले 12 बजे तक फिर एक बजे और तीसरी बार आधे घंटे केे लिए स्थगित हो गई। बता दें कि ‘पेगासस जासूसी प्रकरण’ के साथ कृषि कानून विरोधी आंदोलन और महंगाई के मुद्दों पर विपक्षी दलों द्वारा हंगामा किया जा रहा है। कई विपक्षी सांसदों ने पहले ही संसद में स्थगन प्रस्ताव दिया है।
राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा एक बजे शुरू हुई जिसके बाद भाजपा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने कहा, ‘महामारी हमारे लिए लगातार सीखने का अनुभव रहा है।’ तीसरी बार सदन की कार्यवाही 1.34 बजे तक स्थगित कर दी गई। राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश ने कहा, ‘कोविड पर चर्चा के लिए सभी नेता अध्यक्ष से मिले हैं और उन्हें इसके लिए इजाजत दी गई है जो 1 बजे से सदन के दोबारा शुरू होने पर होगा।’ शिरोमणि अकाली दल ने कृषि कानूनों के खिलाफ संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर ने बताया,’ इन कृषि कानूनों के खिलाफ सिर्फ शिरोमणि अकाली दल खड़ा है, कांग्रेस अपनी कुर्सी बचाने में लगी हुई है।’
लोकसभा अध्यक्ष ने दिए हैं ये निर्देश:
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कार्यवाही की शुरुआत के साथ विपक्ष के हंगामे को देखते हुए कहा, ‘तख्तियां सदन में लाना नियम-प्रक्रियाओं के विरुद्ध है। आप नियम के तहत नोटिस दें तो हर विषय पर चर्चा को सरकार तैयार है। आप गलत परंपरा डाल रहे हैं।’ लोक सभा की कार्यवाही बाधित कर रहे सांसदों को सदन के अध्यक्ष ने नियम और प्रक्रियाओं का पालन करने को भी कहा है।
लोकसभा में गृह मंत्रालय ने बताया,’रोहिंग्या समेत अवैध प्रवासियों से देश की सुरक्षा को खतरा है। कुछ रोहिंग्या प्रवासियों की अवैध गतिविधियों की रिपोर्ट मिल रही है।’
सोमवार को संंसद के मानसून सत्र की शुरुआत हंगामे के साथ हुई जिसके कारण दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। पेगासस फोन हैकिंग मामले को लेकर विपक्ष सत्र के पहले दिन से हमलावर हैं। कांग्रेस ने इसे मामले में संयुक्त संसदीय समिति की मांग की है। इस पर सरकार ने रिपोर्ट को साजिश करार दिया है।
आज लोकसभा में वित्त मंत्री 2021-22 के लिए पूरक बजट पेश करने वाली हैं वहीं राज्यसभा में सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव पेगासस मामले पर बयान जारी करेंगे।
जानें मानसून सत्र के दूसरे दिन का हाल-
- संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘सरकार और पेगासस मामले में कोई लिंक नहीं है। लेकिन विपक्ष मामले को तूल देने की कोशिश में जुटा है। उन्हें अपना काम करने दें। IT मंत्री ने पहले ही मामले पर बयान जारी कर दिया है।’
- संसद में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में भाजपा के सभी सांसदों की बैठक सम्पन्न हो गई।
- कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘पहले डिस्कसन उसके बाद प्रेजेंटेशन। यदि वे चर्चा नहीं चाहते और सभी सांसदों को प्रेजेंटेशन देना है तो सेंट्रल हाल में दें। यदि कोविड की वजह से आप एक जगह नहीं बैठा सकते तो 2 दिन कर सकते हैं या सुबह शाम एक दिन में भी कर सकते हैं।’
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संसद पहुंच गए हैं।
- कांग्रेस सांसद गौरव गोगोइ (Gaurav Gogoi) ने पेगासस के मुद्दे पर चर्चा के लिए सदन में स्थगन प्रस्ताव दिया है।
- राज्यसभा में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल और CPI(M) नेता एलामरम करीम (Elamaram Kareem) ने नियम 267 के तहत कार्यवाही स्थगन का नोटिस दिया है और पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं के द्वारा जासूसी प्रकरण पर चर्चा का प्रस्ताव रखा है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव आज राज्यसभा में ‘पेगासस जासूसी प्रकरण’ पर बयान देंगे। बता दें कि कांग्रेस के लोकसभा सदस्य ‘पेगासस जासूसी प्रकरण’ मीडिया रिपोर्ट के मुद्दे पर फ्लोर रणनीति तैयार करने के लिए आज सुबह 10:30 बजे सीपीपी कार्यालय में बैठक करेंगे।
सत्र के पहले दिन हुआ था जोरदार हंगामा
सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने पेगासस के जरिए पत्रकारों की जासूसी का आरोप लगाते हुए गृहमंत्री अमिता शाह से इस्तीफे की मांग की। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर आरोप लगाया कि राहुल गांधी समेत सभी विपक्षी पार्टियों, पत्रकारों की जासूसी कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले में जांच से पहले अमित शाह साहब को इस्तीफा देना चाहिए और मोदी साहब के खिलाफ जांच कराई जानी चाहिए।