पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के निशाने पर एक बार फिर से मोदी और शिवराज सरकार है। इस बार उन्होंने परीक्षा करवाए जाने के निर्णय, मप्र में बेटियों की सुरक्षा और महंगाई को लेकर प्रदेश और केंद्र की सरकार पर जमकर हमला बोला है। वर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा- कभी छात्रों के हित में भी फैसले लेगी मोदी सरकार? देश में वैक्सीनेशन के बिना परीक्षा कराकर छात्रों के जीवन को संकट में क्यों डाल रहे हो मोदी जी?
मंहगाई को लेकर सज्जन सिंह ने कहा कि मोदी जी की मार्केटिंग के चक्कर में देश की आम जनता महंगाई से त्रस्त हो गई। गृहिणियों का रसोई का बजट बिगाड़ दिया है मोदी सरकार ने? वहीं प्रदेश सरकार को भी उन्होंने घेरते हुए पोस्ट किया – प्रदेश में बच्चियों पर अत्याचार हो रहे हैं, ऐसी स्थिति में एक और प्रदेश की बेटी निर्भया बन गई।आखिर कब शिवराज की नींद खुलेगी? कब प्रदेश बच्चियों और महिलाओं के लिए सुरक्षित होगा?
केंद्र सरकार ने सोमवार को ही देश में मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम (NEET-UG 2021) 12 सितंबर को होने की घोषणा की है। नए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए इसकी जानकारी दी। प्रधान ने बताया कि MBBS/BDS कोर्सेस में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम अब 12 सितंबर, 2021 को आयोजित किया जाएगा, वहीं परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 13 जुलाई शाम 5 बजे से शुरू होगी।
1 अगस्त को परीक्षा होनी थी पर कोरोना के कारण टली
इससे पहले NTA ने 12 मार्च 2021 को एक नोटिस जारी करके 1 अगस्त को NEET परीक्षा करवाने का निर्णय लिया था। NTA इसे पेन और पेपर मोड में करवाने की तैयारी कर रही थी, लेकिन कोरोना के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। नए शिक्षा मंत्री के आने के बाद अब यह परीक्षा 12 सितंबर को कराने का फैसला किया गया है।
परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। अब यह परीक्षा 155 की बजाय 198 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने के लिए सभी कैंडिडेट्स को परीक्षा केंद्र पर फेस मास्क दिया जाएगा। साथ ही एंट्री और एग्जिट के दौरान कॉन्टेक्ट लैस रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा प्रॉपर सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार सिटिंग प्लान बनाया जाएगा।
25 जुलाई को MPPSC के भी एग्जाम
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग भी 25 जुलाई को राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2020 का आयोजन कर रहा है। इसके लिए सोमवार को ही प्रवेश पत्र जारी किए गए हैं। प्रारंभिक परीक्षा दो सत्रों में होगी। सामान्य अध्ययन के प्रथम प्रश्न पत्र का समय सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक और सामान्य अभिरुचि परीक्षण का द्वितीय प्रश्न पत्र दोपहर 2.15 से शाम 4.15 बजे तक होगा। पहले यह परीक्षा 11 अप्रैल को होना थी, लेकिन कोविड-19 की दूसरी लहर की वजह से इसे 20 जून किया था। अब 25 जुलाई को एग्जाम हो रही है। परीक्षा में 3 लाख 44 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल होना हैं। 260 पदों के लिए यह एग्जाम होना है। 45 से ज्यादा जिलों में सेंटर बनाए जाएंगे।
बड़ी चुनौती : कोविड काल में पहली बड़ी परीक्षा
पूरे कोविड काल में यह पहली सबसे बड़ी परीक्षा आयोजित करने जा रहा है, इसीलिए जो गाइडलाइन बन रही है, उसमें कई नियम बनाए जा रहे हैं। खास तौर पर कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाएगा। PSC ने अंतिम बार बड़ी एग्जाम के तौर पर 12 जनवरी 2020 को राज्य सेवा प्री परीक्षा-2019 आयोजित की थी। उसके बाद मार्च में कोविड आ गया। तब से अब तक सवा साल में PSC ने कोई बड़ी एग्जाम नहीं ली।
अभ्यर्थियों की इतनी ज्यादा संख्या वाली यह पहली एग्जाम होगी, चूंकि कोविड अभी भी पूरी तरह थमा नहीं है और न ही 100 फीसदी वैक्सिनेशन हो पाया है, ऐसे में PSC के लिए यह एग्जाम बड़ी चुनौती से कम नहीं है। यही वजह है कि एग्जाम की गाइडलाइन को लेकर PSC बहुत बारीकी से बिंदु तय कर रहा है।