बॉलीवुड में 50 वर्ष पूरे करने वाले जाने-माने संगीतकार एवं गायक बप्पी लाहिड़ी का कहना है कि वह विभिन्न पीढ़ियों के अभिनेताओं को अपनी आवाज देकर काफी खुश हैं। बप्पी दा की पहली बंगाली फिल्म ‘दादू’ 1969 में रिलीज हुई थी लेकिन संगीतकार के तौर पर लोकप्रियता बॉलीवुड में उनके ‘डिस्को गीतों’ से मिली। अपने 50 वर्ष के सफर पर नजर डालते हुए 66 वर्षीय संगीतकार ने कहा कि वह और कुछ नहीं बस आभारी हैं।
बप्पी लाहिड़ी ने साक्षात्कार में कहा, ”मैं इतने वर्षों में कभी थका नहीं। बल्कि मुझे लगता है कि मैं और काम करूं और मैं काम करता रहूँगा क्योंकि मुझे इसमें मजा आता है। मैंने जिंदगी के हर उतार-चढ़ाव में काम किया। मुझे काफी खुशी होती है कि हर साल मेरा एक गाना आता है।”
उन्होंने कहा कि मुझे इस सफर और इतने प्रतिभाशाली लोगों के साथ काम कर गर्व है।आसान शब्दों में कहें तो मेरा सफर दिलीप कुमार से रणवीर सिंह तक.. फिल्म ‘धर्म अधिकारी’ से ‘गुंडे’ तक दिखेगा। बप्पी दा को 80 से 90 के दशक में ‘डिस्को डांसर’, ‘नमक हलाल’, ‘डांस डांस’ और ‘कमांडो’ जैसी फिल्मों में उनके बेहरतीन काम से ही उन्हें ‘डिस्को किंग’ का खिताब मिला। बप्पी लाहिड़ी ने हाल ही में संजय जाधव की फिल्म ‘लकी’ के लिए एक मराठी गीत गाया है। यह फिल्म सात फरवरी को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी।
इंदौर में बिना पहचान पत्र के होटल में ठहराना पड़ेगा महंगा, ऐसे ही मामले में एक मैनेजर गिरफ्तार, पुलिस कमिश्नर का आदेश
इंदौर: इंदौर में बिना परिचय पत्र के यदि किसी होटल संचालक ने मेहमानों को ठहराया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसे ही एक मामले में होटल मैनेजर को…