अब तस्करी कर लाए गए मादक पदार्थों के मूल स्थान का पता चल सकेगा

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गांधीनगर : नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (National Forensic Sciences University) में स्थापित एक नए अनुसंधान और विश्लेषण केंद्र से जब्त मादक पदार्थ की खेप के मूल स्थान का पता लगाने में मदद मिलेगी. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को एनडीपीएस (सीईआरए-एनडीपीएस) के अनुसंधान और विश्लेषण के लिए उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन करेंगे. एनडीपीएस का आशय मादक पदार्थ और नशीली दवाओं से है. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि सीईआरए-एनडीपीएस में व्यापक परीक्षण, प्रशिक्षण और मादक पदार्थों पर अनुसंधान होगा.

एनएफएसयू के कार्यकारी रजिस्ट्रार सीडी जडेजा ने कहा, हम देख रहे हैं कि समुद्री मार्ग से हमारे देश में विशेष रूप से गुजरात में मादक पदार्थ की तस्करी की जाती है, साथ ही नेपाल और बांग्लादेश से भूमि मार्ग से भी तस्करी होती है.

उन्होंने कहा, हमारे विश्लेषण से नशीली दवाओं की उत्पत्ति और कहां से इसका आगमन हुआ है, इसका पता लगेगा.

गुजरात की राजधानी गांधीनगर स्थित नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) के नए केंद्र से नशीली दवाओं की उत्पत्ति और कहां से इसका आगमन हुआ है, इसका पता लगेगा. गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को इस उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन करेंगे.

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