बंगाल की खाड़ी में फिर सक्रिय हुआ मानसून जबलपुर के रास्ते मध्यप्रदेश में भी दस्तक दे चुका है। विंध्य-महाकौशल समेत प्रदेश में भी असर होना शुरू हो गया है। गुरुवार सुबह जबलपुर, होशंगाबाद, भिंड, गुना, सागर, छिंदवाड़ा में हल्की बारिश ने राहत दी। भोपाल में भी बादल छाए हुए हैं। यहां रह-रहकर बूंदाबांदी हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, 10 जुलाई तक हल्की बारिश होगी।
इंदौर और ग्वालियर में उमस और तेज धूप से लोग परेशान हैं। रात तक मौसम बदलने के आसार हैं। 11 जुलाई से तेज बारिश की उम्मीद है। फसलों को बारिश की सख्त जरूरत है। कई जगह दोबारा बोवनी के हालात बन रहे हैं।
प्रदेश में 1 जुलाई को हुई बारिश के बाद से मौसम रूठा हुआ था। उमस और गर्मी से लोगों का हाल बेहाल थे। गुरुवार को हल्की राहत मिली। हालांकि उमस बरकरार है। पिछले 6 दिन से पारा 34 से 37 तक पहुंच गया था, जबकि पिछले वर्ष इस दौरान अच्छी बारिश होने से तापमान करीब 29 डिग्री सेल्सियस था। पिछले 24 घंटे में जबलपुर समेत आसपास के जिलों में बारिश हुई है। सबसे अधिक बारिश बालाघाट के किरनापुर में 77 मिमी हुई है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हुआ मानसून छग के रास्ते बालाघाट से जबलपुर होकर प्रदेश में आगे बढ़ेगा।
सागर में गुरुवार तड़के बारिश हुई। ग्रामीण इलाकों में भी बारिश हुई। कहींं-कहीं रिमझिम बारिश का दौर जारी है। होशंगाबाद में सुबह से बादल छाए हुए हैं। कई जगह हल्की बूंदाबांदी हुई। इधर, भिंड में बुधवार शाम बूंदाबांदी हुई। गुरुवार सुबह धूप खिली है। छिंदवाड़ा में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है।
पिछले 24 घंटे में बारिश
जबलपुर 14.4 मिमी, मंडला 2.7, छिंदवाड़ा 1.2, सागर 8.8, मलाजखंड14.2, सिवनी 1.4, नरसिंहपुर 1.0, दमोह 18, कटनी 4.8, सीधी 1.6, अनूपपुर- अमरकंटक 6.4, पन्ना सिटी 5.1, शहडोल 2 मिमी बारिश हुई।
यूपी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र बनने से उम्मीद
मौसम विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र कुमार तिवारी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बना हुआ है। इसके प्रभाव से नमी भरी हवा आ रही है। उत्तर प्रदेश के ऊपर भी एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके चलते मानसूनी गतिविधियां बढ़ने की उम्मीद है। गुरुवार सुबह बारिश और आसमान में छाए राहतों के बादल ने इसके संकेत भी दे दिए हैं। जबलपुर में 1 जून से अब तक 183 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। सबसे कम बारिश पाटन व शहपुरा क्षेत्र में हुई है।