भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को गुजरात सरकार ने मंजूरी दे दी है। रथयात्रा के दौरान कोविड गाइडलाइंस का ध्यान रखना होगा, इस दौरान जनता कर्फ्यू रहेगा, ताकि दर्शनार्थियों को रोका जा सके। सूत्रों की मानें तो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रथयात्रा से पहले मंगला आरती में शामिल होंगे।
वहीं इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने ओडिशा में जगन्नाथ पुरी के अलावा अन्य विभिन्न स्थानों पर ‘रथ यात्रा’ निकालने की अनुमति मांगने वाली याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा था कि इस साल कोविड-19 महामारी से अनेक लोगों की जान जाने के मद्देनजर न्यायालय कोई जोखिम नहीं ले सकता। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राज्य सरकार ने केवल पुरी में ही रथ यात्रा निकालने की अनुमति दी है।
मामले में सुनवाई करने वाली पीठ की अध्यक्षता कर रहे प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण ने कहा था कि मैं भी जगन्नाथ पुरी जाना चाहता हूं। मैं पिछले डेढ़ साल से वहां नहीं गया। मैं हर रोज अपने घर पर पूजा करता हूं। हम जोखिम नहीं लेना चाहते। हमें इसे टीवी पर देखना होगा। माफ कीजिए, मैं इसे खारिज कर रहा हूं। मुझे भी बुरा लगता है। हमें उम्मीद है और विश्वास है कि अगली बार ईश्वर हमारी मदद करेगा।’’
ओडिशा के पुरी शहर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा एक वार्षिक अनुष्ठान है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग पुरी पहुंचते हैं। यह यात्रा इस बार 12 जुलाई को होगी। केंद्र की ओर से सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि रथ यात्रा पर पूरी तरह पाबंदी है, लेकिन उच्चतम न्यायालय ने अपने 22 जून, 2020 के आदेश द्वारा पिछले साल कुछ शर्तों के साथ इसकी अनुमति दे दी थी।