नई दिल्ली । गूगल कंपनी एंड्रायड फोन यूजर के लिए डिजिटल वैक्सीन कार्ड को लाने जा रही है। एंड्रायड फोन यूजर अपने फोन पर अपने वैक्सीनेशन या कोविड-19 के स्टेटस को स्टोर कर सकेंगे। ये सुविधा तब तक उपलब्ध रहेगी जब तक सरकारी संस्था गूगल के नए टूल पर यूजर के रिकार्ड्स को डिजिटल तरीके से शामिल करती रहेगी। गूगल का ये फीचर बहुत जल्द अमेरिका में शुरू होने जा रहा है और दूसरे देशों में भी जल्द शुरू किया जाएगा।
:हालांकि गूगल ने अभी उन देशों के नामों का खुलासा नहीं किया है। गूगल ने कहा कि इस फीचर में यूजर की किसी भी जानकारी की कॉपी को अपने पास नहीं रखेगा। कैलिफोर्निया उन राज्यों में शामिल है, जिन्होंने अपने सिस्टम के माध्यम से डिजिटल कार्ड को सुलभ और सामान्य बनाने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया है।गूगल ने कहा कि हेल्थवाना इंक एक मेडिकल डेटा कंपनी, लॉस एंजिल्स में गूगल के सिस्टम का अभी उपयोग कर रही है। ये पासपोर्ट या कार्ड ये दिखाता है कि आपको कोविड-19 का टीका लगा हुआ है और अभी आप कोविड नेगेटिव पाए गए हो। ये कार्ड आपको स्टेडियम या यहां तक कि उन देशों में जाने में मदद कर सकते हैं जो सुरक्षित रूप से फिर से खोलना चाहते हैं। ये कार्ड अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों को आसान बनाने में मदद कर सकते हैं क्योंकि लोग इस बात का सबूत दिखा पाएंगे कि उन्हें टीका लगाया गया है। ।
टेक्नोलॉजी कंपनियों ने डिजिटल वैक्सीन पासपोर्ट के लाभों को आगे बढ़ाया है, कुछ कंपनियों और स्थानों को इस प्रमाण की खास आवश्यकता होती है, जिसमें फर्जी कार्ड पहले से ही एक समस्या बने हुए हैं। महामारी की शुरुआत में गूगल और ऐप्पल ने मोबाइल फोन का उपयोग करके रोग संपर्क का पता लगाने के प्रयास शुरू किए थे। लेकिन सरकारों और उपभोक्ताओं के साथ किया गए कई प्रयासों का कोई नतीजा नहीं निकला।
भारत की प्राण शक्ति बहुत से लोगों को दिखाई नहीं देती: आरएसएस प्रमुख
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि भारत के पास अपनी प्राण शक्ति है, लेकिन यह कई लोगों को दिखाई नहीं देती क्योंकि उनकी…