नई दिल्ली। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा है कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है। उन्होंने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित किए गए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। भागवत ने कहा, सभी भारतीयों का डीएनए एक है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों।
संघ प्रमुख भागवत ने कार्यक्रम में आगे कहा, हिंदू-मुस्लिम एकता भ्रामक है, क्योंकि वे अलग नहीं, बल्कि एक हैं। पूजा करने के तरीके को लेकर लोगों के बीच अंतर नहीं किया जा सकता। कुछ काम ऐसे हैं जो राजनीति नहीं कर सकती। राजनीति लोगों को एकजुट नहीं कर सकती। राजनीति लोगों को एकजुट करने का हथियार नहीं बन सकती है।
कार्यक्रम में उन्होंने कहा, यह सिद्ध हो चुका है कि हम पिछले 40,000 सालों से एक ही पूर्वजों के वंशज हैं। भारत के लोगों का डीएनए एक जैसा है। हिंदू और मुसलमान दो समूह नहीं हैं, एकजुट होने के लिए कुछ भी नहीं है, वे पहले से ही एक साथ हैं।
आरएसएस चीफ मोहन भागवत राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में आयोजित राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के कार्यक्रम में डॉ। ख्वाजा इफ्तिखार अहमद द्वारा लिखी किताब का विमोचन करने के लिए गए हैं। डॉ. ख्वाजा अहमद ने वैचारिक समन्वय-एक पहल नाम से किताब लिखी है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण लोग शामिल हुए हैं।
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