उज्जैन।
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में बुधवार को साध्वी ऋतंभरा ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। उन्होंने गर्भगृह में जाकर भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद वे चारधाम मंदिर आश्रम पहुंची। यहां उन्होंने महामंडलेश्वर स्वामी शांतिस्वरूपानंदजी के सान्निध्य में आश्रम परिसर में बनाए गए द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर में भी अभिषेक पूजन किया। मीडिया से चर्चा करते हुए साध्वी ने कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना चाहिए। राष्ट्रहित के लिए समान नागरिकता होना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि मतांतरण नहीं होना चाहिए, किसी की मजबूरी का फायदा उठाकर धर्म परिवर्तन करना अपराध है। देश में मतांतरण आजादी के बाद से ही हो रहा है। मोदी सरकार के कामों की तारीफ करते हुए साध्वी ने टीकाकरण की अनिवार्यता पर भी बल दिया। कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि 70 सालों में अगर कांग्रेस ने कुछ किया होता, तो सात साल में मोदी के कामों की विश्व व्यापी प्रशंसा नहीं होती। उन्होंने आरोप लगाया कि देश की जर्जर स्थिति का कारण कांग्रेस पार्टी है।
महाकाल की महाप्रसादी ग्रहण की
महाकाल व चारधाम मंदिर में दर्शन के बाद साध्वी ऋतंभरा हरसिद्धि धर्मशाला पहुंची। यहां मंदिर समिति ने उनके ठहरने व प्रसादी की व्यवस्था की थी। सहायक प्रशासक मूलचंद जोनवाल ने बताया कि साध्वीजी ने अन्नाक्षेत्र में बनने वाली भगवान महाकाल की भोजन प्रसादी ग्रहण की।
गर्भगृह में प्रवेश की मंदिर में रही चर्चा
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में कोरोना संक्रमण के चलते गर्भगृह व नंदी हाल में भक्तों के प्रवेश पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा हुआ है। बुधवार को मंदिर प्रशासन ने साध्वी ऋतंभरा को गर्भगृह में जाकर जलाभिषेक करने की अनुमति दी। इसको लेकर मंदिर के गलियारों में खासी चर्चा रही। बता दें मंदिर के पुजारी-पुरोहित 1500 रुपये की रसीद पर गर्भगृह में प्रवेश शुरू करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन मंदिर समिति कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए गर्भगृह में प्रवेश शुरू नहीं कर रही है।