छत्तीसगढ़ के वित्तीय संसाधनों के विस्तार और प्रबंधन पर टास्क फोर्स की हुई बैठक, CM के सलाहकार रुचिर गर्ग ने दिए कई अहम सुझाव

छत्तीसगढ़ रायपुर

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष अजय सिंह की अध्यक्षता में ’’राज्य के वित्तीय संसाधन विस्तार एवं प्रबंधन’’ पर विचार करने टास्कफोर्स की बैठक,राज्य योजना आयोग के कार्यालय में आयोजित हुई. बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, रुचिर गर्ग, आयोग के सदस्य डाॅ के. सुब्रमणियम भी उपस्थित रहे.

टास्कफोर्स की बैठक में आयोग के अशासकीय सदस्य विजय महाजन, इण्डिया किण्डरनाॅथलाइफ फाउण्डेशन की कंट्री हेड अलका सिंह, एच.के. अमरनाथ भी बैठक में वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए. बैठक में राज्य शासन के संबंधित विभागों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे.

बैठक में राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष सिंह ने सभी सदस्यों को संबोधित करते हुए बताया कि राज्य के वित्तीय संसाधन के विस्तार एवं प्रबंधन विषय कोविड से उपजी परिस्थितियों में और भी महत्वपूर्ण हो गया है. उन्होंने अवगत कराया कि टास्कफोर्स में आवष्यकता होने पर अन्य विषय-विषेषज्ञों को आमंत्रित किया जा सकता है.

राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि इसके अंतर्गत छोटे-छोटे वर्किंंग ग्रुप भी बनाए जा सकते हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की, कि टास्क फोर्स के सुझाव व्यवहारिक तथा कम समय में क्रियान्वयन योग्य हो. आयोग के सदस्य डाॅ. केे. सुब्रमणियम ने टास्कफोर्स के सदस्यों को टास्कफोर्स की संदर्भ शर्तों के विषय में विस्तृत जानकारी दी.

मुख्यमंत्री के सलाहकार रुचिर गर्ग ने शासन की अपेक्षाओं से अवगत कराते हुए बताया कि वर्तमान राज्य शासन की कल्याणकारी योजनाओं जैसे किसान कर्ज माफी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, लघु वनोपजों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के संचालन के परिप्रेक्ष्य में यह टास्कफोर्स अत्यंत महत्वपूर्ण है.

मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वित्तीय संसाधनों के विस्तार हेतु राज्य में उपलब्ध विपुल वन, खनिज संसाधनों के सुनियोजित उपयोग से आय में वृद्धि के उपाय किए जा सकते हैं.

आयोग के अषासकीय सदस्य एवं टास्कफोर्स के सदस्य विजय महाजन ने वित्तीय परिसंपत्तियों के निर्माण पर निवेष का सुझाव दिया. उन्होंने इस परिपेक्ष्य में माइक्रोफाइनेंसिंग, बैंकिंग सेवाओं के विस्तार के सुझाव भी दिए. टास्क फोर्स के सदस्य एच. के. अमरनाथ ने सेवा क्षेत्र में निजी एवं सार्वजनिक भागीदारी के संबंध में सुझाव दिया. उन्होंने राज्य में वित्तीय अनुशासन लागू करने की व्यवस्था पर भी विचार दिए. टास्कफोर्स की सदस्य अलका सिंह ने कहा कि मानव संसाधन सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है. टास्कफोर्स को योजनाओं की प्रासंगिकता पर विचार करने की आवश्यकता है.

बैठक में राज्य शासन के वित्त, वाणिज्यकर, परिवहन, राजस्व, आबकारी, वन, ऊर्जा, पंजीयन, खनिज एवं जलसंसाधन विभागों के प्रतिनिधियों ने विभागवार प्रस्तुतीकरण देते हुए विभागों के वित्तीय स्रोतों, राजस्व में वृद्धि के उपायों के बारे में बताया. टास्क फोर्स द्वारा आगामी बैठकों में विस्तृत चर्चा करने के उपरांत राज्य शासन को अनुशंसाएं देने का निर्णय लिया गया. सदस्य सचिव, राज्य योजना आयोग अनुप कुमार श्रीवास्तव ने बैठक में उपस्थिति हेतु सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया.

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