BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की स्टेट वर्किंग कमेटी को संबोधित किया। इसमें उन्होंने राज्य में पार्टी की मजबूत मौजूदगी का जिक्र करते हुए कहा कि इस चुनाव में हम 3 से 77 सीटों तक पहुंचे हैं। स्थिति ऐसी हो गई कि पश्चिम बंगाल में TMC और भाजपा के अलावा कोई रह ही नहीं गया। कई दशकों तक राज करने वाली कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस शून्य पर सिमट गई।
चुनाव के बाद शुरू हुई हिंसा पर नड्डा ने कहा कि हम सब जानते हैं कि तृणमूल ने अपनी विजय नहीं मनाई। उन्होंने विध्वंस की राजनीति शुरू कर दी। चुनाव तो केरल, पुडुचेरी, असम, तमिलनाडु में भी हुए। कहीं भी चुनाव के बाद हिंसा नहीं हुई, क्योंकि वहां तृणमूल नहीं थी।
1,298 कार्यकर्ताओं पर हमले हुए
नड्डा ने बताया कि यहां हमारे 1,298 कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ है। 1,399 प्रॉपर्टी को उजाड़ा गया। 108 परिवारों को धमकाया गया। 2,067 शिकायतें हमने चुनाव आयोग में दर्ज कराईं। पुलिस के पास भी 5,650 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं।
बंगाल में हिंसा पर नड्डा की बड़ी बातें
- भ्रष्टाचार, TMC और ममताजी एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। जहां TMC और ममताजी होंगी, वहां अराजकता और भ्रष्टाचार होगा।
- अगर कोई घटना भाजपा शासित राज्यों में होती है, तो देश के सारे विपक्षी दल एक होकर तूफान खड़ा कर देते हैं।
- पश्चिम बंगाल में हिंसा के समय वे कहां गए? कहां गए वे मानवाधिकार की बात करने वाले?
- ऐसे लोगों को बेनकाब करना भी हमारी जिम्मेदारी है और हम ये करके रहेंगे।
- वैक्सीन में भी अगर घोटाला हुआ है तो वह पश्चिम बंगाल में हुआ है, यहां मिमी चक्रवर्ती जी को ही नकली वैक्सीन लगा दी।
- भ्रष्टाचारियों का साथ दोगे, तो सांसदों को भी नकली वैक्सीन लगेगी और फर्जी वैक्सीनेशन ही होगा।
- ममता जी ने सबसे पहले कहा कि हम खुद वैक्सीन खरीदेंगे, फिर कहने लगीं कि हमें मुफ्त वैक्सीन दो।
- चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा अत्याचार महिलाओं पर हुआ है। बंगाल की पुलिस मूकदर्शक रही।