मध्यप्रदेश में काफी मशक्कत के बाद शासन ने 12वीं के रिजल्ट का फॉर्मूला तैयार कर लिया है। फॉर्मला के अनुसार 10वीं से 12वीं विषय की मैपिंग कर दी गई है। इसे 6 श्रेणी में बांटा गया है। तीन श्रेणी मुख्य विषय और तीन श्रेणी भाषा की रखी गई हैं। इसके अनुसार 10वीं क्लास के 6 विषयों में से टॉप-5 (यानी जिसमें सबसे ज्यादा अंक मिले हों) के अंकों के आधार पर 12वीं का रिजल्ट तैयार किया जाएगा। परीक्षा फार्म भरने वाले सभी प्राइवेट और नियमित छात्रों को पास किया जाएगा।
मध्यप्रदेश में काफी मशक्कत के बाद शासन ने 12वीं के रिजल्ट का फॉर्मूला तैयार कर लिया है। इसके तहत 10वीं से 12वीं विषय की मैपिंग कर दी गई है। इसे 6 श्रेणी में बांटा गया है। तीन श्रेणी मुख्य विषय और तीन श्रेणी भाषा की रखी गई हैं। 10वीं क्लास के 6 विषयों में से टॉप-5 (यानी जिसमें सबसे ज्यादा अंक मिले हों) के अंकों के आधार पर 12वीं का रिजल्ट तैयार किया जाएगा। परीक्षा फार्म भरने वाले सभी प्राइवेट और नियमित छात्रों को पास किया जाएगा।
प्रायोगिक परीक्षा
इसी तरह प्रायोगिक परीक्षा के लिए निर्धारित मापदंड अनुसार कुल 100 अंकों में से गणना उपरांत 12वीं की परीक्षा के प्रायोगिक भाग वाले विषयों में प्रायोगिक भाग में अंक, छात्र द्वारा 100 में से अर्जित प्राप्त अंको के प्रतिशत अधिभार के आधार पर प्रदान किए जाएंगे। उदाहरण के लिए यदि किसी छात्र को 70% अंक प्राप्त होते हैं तो भौतिक शास्त्र के प्रायोगिक भाग में 30 अंकों का 70% अंक अर्थात 21 अंक प्रदान किए जाएंगे और शेष 49 अंक सैद्धांतिक भाग में प्रदर्शित किए जाएंगे।
यदि कोई छात्र अपने प्राप्तांक से असंतुष्ट रहता है तो कोविड-19 संकटकाल की समाप्ति उपरांत राज्य शासन की अनुमति से आयोजित होने वाली परीक्षा में भाग ले सकेगा। ऐसे छात्रों को परीक्षा परिणाम घोषित होने के 7 दिन के अंदर परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए ऑनलाइन पंजीयन करना अनिवार्य होगा। इस वर्ष हायर सेकेंडरी परीक्षा में सम्मिलित होने वाले समस्त छात्रों को पूर्व वर्ष अनुसार अंक सूचियों में केवल श्रेणी अंकित की जाएगी। इस वर्ष 12वीं परीक्षा की मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी।
अन्य राज्य और अन्य बोर्ड से दसवीं परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले प्रत्येक छात्र को संबंधित अग्रेशन संस्था के माध्यम से 5 जुलाई 2021 तक 10वीं की अंकसूची अनुसार अंक भरना और अंकसूची अपलोड करना अनिवार्य होगा। यह प्रक्रिया 29 जुलाई 21 से एमपी ऑनलाइन के माध्यम से की जायेगी। अधिक जानकारी और दसवीं के विषयों का 12वीं के संकायवार विषयों से मैपिंग की अधिक जानकारी के लिए क्लिक करे।
यह भी जानना जरूरी
बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति अनुसार हाईस्कूल के सबसे ज्यादा अंकों वाले विषयों के अतिरिक्त छटवां विषय हायर सेकेंडरी के जिस विषय से मेप किया जाएगा। उस विषय में हाईस्कूल के तृतीय भाषा के अंक दिए जाएंगे। उदाहरण स्वरूप किसी छात्र को हाईस्कूल में सामाजिक विज्ञान विषय के अंक बेस्ट ऑफ फाइव के अंर्तगत बाहर होने के कारण उसके परिणाम में नहीं जोड़े गए हैं। तो ऐसे छात्र को हायर सेकंडरी के परीक्षा परिणाम में सामाजिक विज्ञान विषय के अंकों के स्थान पर हाईस्कूल की तृतीय भाषा के अंक दिए जाएंगे।
मैपिंग को टेबल के जरिए समझिए
10वीं के विषय | 12वीं के विषय |
फर्स्ट लैंग्वेज | फर्स्ट लैंग्वेज |
सेकंड लैंग्वेज | सेकंड लैंग्वेज /NSQF |
थर्ड लैंग्वेज | अदर लैंग्वेज |
साइंस | फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, इनफॉर्मेशन प्रैक्टिस, एग्रीकल्चर, होम साइंस, बायो टेक्नोलॉजी, फिजीकल एजुकेशनएग्रीकल्चर ग्रुपऐलीमेंटस ऑफ साइंस, मैथ्स यूजफुल फॉर एग्रीकल्चर, क्रॉप प्रोडक्शन, हॉर्टिकल्चर, एनिमल हसबेंडरी, मिल्क ट्रेड, पोल्ट्री फॉर्म और फिशरीजहोम साइंस ग्रुपहोम मैनेजमेंट न्यूट्रीशन एंड टैक्सटाइल, एनाटॉमी साइकोलॉजी एंड हेल्थ, ऐलीमेंट्स ऑफ साइंस |
मैथ्स | बुक कीपिंग और एकाउंटेंसी |
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