मध्य प्रदेश सरकार में बड़ा राजनीतिक फेरबदल हो सकता है. सीएम कमलनाथ बड़ा फैसला ले सकते हैं. अगले 24 घंटे के अंदर कमलनाथ कैबिनेट से दो मंत्री हटाए जा सकते हैं. उच्चपदस्थ सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर मिली है. प्रत्यक्ष तौर पर इसकी वजह निर्दलीय और सपा-बसपा विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह देना बताया जा रहा है, लेकिन अंदरूनी सूत्र कह रहे हैं कि कुछ मंत्रियों के लगातार बगावती तेवर देखते हुए सीएम कमलनाथ बड़ा फैसला ले सकते हैं.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद कमलनाथ सरकार को गिराने और विधायकों के समर्थन वापसी को लेकर अफवाहों का बाज़ार गर्म है. इन्हीं अटकलों के बीच अब खबर मिल रही है कि अगले 24 घंटे में कमलनाथ दो मंत्रियों को हटा सकते हैं. अभी फिलहाल यह बताया जा रहा है कि निर्दलीय विधायकों को जगह देने के लिए दो मंत्री हटाए जा रहे हैं. हालांकि, कमलनाथ मंत्रिमंडल में अभी 28 मंत्री हैं. संख्या के हिसाब से 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं. यानि किसी मंत्री को हटाए बिना भी सपा-बसपा या निर्दलीय विधायकों को जगह दी जा सकती है.
अभी विधानसभा में सीएम कमलनाथ सहित कांग्रेस के 114 विधायक हैं, जो बहुमत से दो कम हैं. कांग्रेस सरकार फिलहाल निर्दलीय और सपा के एक और बसपा के 2 विधायकों के समर्थन से चल रही है. दमोह से बसपा विधायक रमाबाई मंत्री पद न मिलने से लगातार नाराज चल रही हैं. बुरहानपुर से कांग्रेस के बागी विधायक सुरेन्द्र सिंह शेरा भी बार-बार घुड़की दे चुके हैं.कमलनाथ मंत्रिमंडल में कई खेमों को प्रतिनिधित्व है. सिंधिया, दिग्विजय औऱ कमलनाथ समर्थकों को जगह मिली है. इसमें सिंधिया खेमा लगातार हरकत में है. लोकसभा चुनाव में ग्वालियर-चंबल में पार्टी की हार का आरोप भी इन मंत्रियों पर लगा कि उन्होंने पार्टी प्रत्याशियों को सहयोग नहीं किया. बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में मंत्री प्रद्युम्न सिंह की सीधी सीएम कमलनाथ से तकरार हुई थी. बाकी मंत्रियों ने सिंह को शांत कराया था. पता ये भी चला था कि सीएम कमलनाथ ने यह तक कह दिया था कि उन्हें पता है वह कहां से कंट्रोल हो रहे हैं और किसके कहने पर यह सब कर रहे हैं.
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