जबलपुर ।
रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी की बीएड चतुर्थ सेमेस्टर की ओपन बुक परीक्षा में परीक्षार्थी भ्रमित हो गए। परीक्षा के लिए जो पेपर अपलोड हुए उसमें साल 2020 लिखा था। इस बात को लेकर कई विद्यार्थी पशोपेश में पड़ गए। यूनिवर्सिटी प्रशासन से इस बारे में पूछताछ शुरू हो गई। जिसके बाद प्रशासन ने साफ किया कि पर्चा सहीं है सिर्फ साल तकनीकी खामी के कारण गलत प्रिंट हो गया है जिसे सुधारा जा रहा है। उन्होंने परीक्षार्थियों को हिदायत दी है कि किसी भ्रम में न रहे। उसी पर्चे के अनुसार परीक्षा के जवाब कापियों में लिखकर जमा करें।
कॉलेजों ने पल्ला झाड़ा: प्रशासन ने ओपन बुक परीक्षा में बीएड,बीएड साइंस चतुर्थ सेमेस्टर का जेंडर स्कूल एडं सोसायटी विषय का पेपर अपलोड किया। इसमें परीक्षा का साल 2020 था जबकि सत्र 2020-21 लिखा जाना था। इस बारे में निजी कॉलेजों के अलावा प्रांतीय शिक्षण संस्थान पीएसएम के विद्यार्थी भी हैरत में आ गए। पीएसएम में तो अध्ययनरत 200 से ज्यादा शिक्षकों ने इस संबंध में कॉलेज प्रशासन से शिकायत की तो उन्होंने इस मामले से सीधे पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने इसे परीक्षार्थी और यूनिवर्सिटी का मसला बताकर शिकायत बता दिया। परीक्षार्थियों का कहना था कि कॉलेज प्रशासन को इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी पहुंचानी थी ताकि विद्यार्थियों को राहत मिल सकें।
सिर्फ साल में तकनीकी त्रुटि: इधर कुलसचिव दीपेश मिश्रा ने कहा कि परीक्षार्थी किसी तरह भ्रम में न आए। परीक्षा के लिए जारी पर्चा पूरी तरह से सही है सिर्फ साल में तकनीकी त्रुटि हुई है जिसे सुधार लिया जाएगा। जिन परीक्षार्थियों ने पेपर अपलोड कर लिया है उसी के हिसाब से जवाब लिखकर निर्धारित संग्रहण केंद्रों में जमा कर दें।