वॉशिंगटन. भारत में अमेरिकी कंपनी फाइजर (Pfizer covid-19 Vaccine) की वैक्सीन जल्द आ सकती है. फाइजर कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) अल्बर्ट बौर्ला का कहना है कि वैक्सीन को भारत में मंजूरी मिलने की प्रक्रिया फाइनल स्टेज में है. उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हम भारत सरकार के साथ जल्द ही समझौते को अंतिम रूप देंगे. इससे पहले खबरें आई थीं कि भारत को फाइजर की वैक्सीन के लिए अगस्त तक इंतजार करना पड़ सकता है.
अल्बर्ट बौर्ला ने मंगलवार को बायोफार्मा एंड हेल्थकेयर समिट में ये बातें कही. फाइजर के अमेरिकी सूत्रों ने बताया था कि भारत सरकार और कंपनी के बीच जवाबदेही वाली शर्त पर सहमति नहीं बन पा रही है. कंपनी चाहती है कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होने पर उसकी जवाबदेही न रहे. 90% कारगर वैक्सीन फाइजर ने जर्मनी की फर्म बायोएनटेक के साथ को-पार्टनरशिप में डेवलप की गई है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार फाइजर की वैक्सीन के लिए एक महीने पहले राजी हो गई थी. भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसे लेकर अमेरिका में फाइजर के कुछ अफसरों से मुलाकात भी की थी, लेकिन फिर इसमें देरी होने लगी. मई में फाइजर के अधिकारियों ने बताया था कि कंपनी जुलाई से अक्टूबर के बीच 5-7 करोड़ वैक्सीन डोज भारत को देगी. इसके अलावा अमेरिका के साथ मॉर्डना वैक्सीन को लेकर भी बातचीत चल रही है.
अभी देश में कौन-कौन सी वैक्सीन है?
फिलहाल देश में तीन कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है. ये वैक्सीन हैं- कोविशील्ड, कोवैक्सीन, और स्पूतनिक-V. इधर, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि भारत में जिन दो वैक्सीन- कोविशील्ड और कोवैक्सीन का वैक्सीनेशन कार्यक्रम में इस्तेमाल किया जा रहा है, वे दोनों ही डेल्टा वेरिएंट में प्रभावी हैं.
हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लेकिन वे किस हद तक और किस अनुपात में एंटीबॉडी टाइटर्स का उत्पादन करते हैं, इसे हम जल्द ही आपके साथ साझा करेंगे.