नई दिल्ली । भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल दुशांबे में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने अगले सप्ताह ताजिकिस्तान जाएंगे। यह बैठक 23 और 24 जून को होगी। इस बैठक में पाकिस्तानी एनएसए मोईद यूसुफ भी भाग लेंगे। हालांकि, अभी इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि भारत और पाकिस्तान के एनएसए के बीच यह बैठक द्विपक्षीय होगी या एक समूह के साथ होगी। वर्ष 2021 में ताजिकिस्तान इस समूह का अध्यक्ष है। वहीं इससे पहले ताजिकिस्तान ने वर्ष 2020 के नवंबर में एससीओ स्टेट काउंसिल के प्रमुखों की बैठक की भी अध्यक्षता की थी। एससीओ के विशेष रूप से 8 सदस्य देश हैं। इनमें रूस, चीन, भारत, पाकिस्तान और चार मध्य एशियाई देश अर्थात कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान हैं। वर्ष 2017 में भारत और पाकिस्तान आधिकारिक रूप से पूर्ण सदस्य के रूप में समूह में इस संगठन में शामिल हुए और नवंबर 2020 में, भारत ने शंघाई सहयोग संगठन के प्रमुखों की सरकारी बैठक की मेजबानी की थी, जिसकी अध्यक्षता भारतीय उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने की थी। पाकिस्तान द्वारा सभा के एजेंडे का उल्लंघन करते हुए एक काल्पनिक नक्शा दिखाए जाने के बाद एनएसए अजीत डोभाल भड़क गए थे और वे वर्चुअल बैठक का विरोध करते हुए बाहर निकल गए थे। वहीं इससे पहले मार्च और अप्रैल में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और उनके पाकिस्तानी समकक्ष एसएम कुरैशी हार्ट ऑफ एशिया बैठक के लिए दुशांबे में थे लेकिन दोनों के बीच कोई बात नहीं हुई थी।
भारत की प्राण शक्ति बहुत से लोगों को दिखाई नहीं देती: आरएसएस प्रमुख
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि भारत के पास अपनी प्राण शक्ति है, लेकिन यह कई लोगों को दिखाई नहीं देती क्योंकि उनकी…