शिवपुरी ।
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में कोरोना महामारी का एक और डरावना पक्ष सामने आया है। जिले में चार लोगों काे कोरोना से सबसे खतरनाक माने जा रहे डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इनमें से तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक व्यक्ति ने कोरोना के इस वैरिएंट को हरा भी दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने 6 लोगों के सैंपल जीनोम टेस्टिंग के लिए भेजे थे। इनमें से विनय चतुर्वेदी, प्रेमनारायण द्वेदी, सुरेंद्र शर्मा और सूजपाल में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इनमें से प्रेमनारायण को छोड़ शेष तीन लोगों की कई दिनों पहले ही मौत हो चुकी है। वारयस के इस वैरिएंट के मिलने की पुष्टि से यह बात भी स्पष्ट हो रही है कि जिले में दूसरी लहर में हुई बहुत अधिक माैतों का एक कारण यह डेल्ट प्लस वैरिएंट भी रहा है। अब जब संक्रमण लगभग खत्म होने की कागार पर पहुंचा है, तब जाकर स्वास्थ्य विभाग को पता चला है कि इनकी मौत का कारण डेल्टा प्लस वैरिएंट था।
सीएमएचओ डा. एएल शर्मा ने बताया कि इन सभी लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री इंदौर और दिल्ली की रही है। संभवत वहीं से यह वायरस के इस वैरिएंट से संक्रमित हुए होंगे। जिन 6 लोगों के सैंपल रिपोर्ट के लिए भेजे गए थे, उनकी मौत में कुछ कामन फैक्टर रहे थे। इनकी मौत अचानक से हुई थी। यह वैरिएंट बहुत जल्दी शरीर के अंगों पर प्रभाव डालना शुरू करता है। साफ्टवेयर इंजीनियर विनय चतुर्वेदी की मौत अस्पताल में भर्ती होने के चार घंटे के अंदर हो गई थी। जबकि जब वे आए थे, तब उन्हें इतनी परेशानी नहीं थी। उनका इलाज कर रहे मेडिकल कालेज के चिकित्सक डा. रीतेश यादव ने बताया कि विनय चतुर्वेदी की एक दम से हालत बिगड़ी और मौत हो गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को सलाह दी कि इनके सैंपल जीनोम टेस्ट के लिए भेजा जाना चाहिए, जिससे कारण पता लग सके। पिछोर के शिक्षक सुरेंद्र शर्मा की मौत के समय काफी हंगामा हुआ था और जिला अस्पताल के वार्ड बाय पर आक्सीजन सप्लाई हटाने का आरोप लगा था। जिसके चलते इनका भी सैंपल भेजा गया था। सुरेंद्र शर्मा की मौत के तीन दिन बाद उनके बेटे की भी अचानक से मौत हो गई थी। वह भी एक दिन ही अस्पताल में रह पाया था और मौत हो गई। हालांकि उसका सैंपल जीनोम टेस्टिंग के लिए नहीं भेजा गया।
प्रेमनारायण डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हुए : पुलिस में प्रधान आरक्षक प्रेमनारायण की मौत कोरोना से हुई थी। जिस प्रेमनारायण द्वेदी में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है, वह दूसरे प्रेमनारायण हैं और डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित होने के बाद वे अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। स्वास्थ्य विभाग इसके भी रिकार्ड निकाल रहा है। इन चार लोगों में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि होने के बाद विभाग की टीम इनके स्वजनों के सैंपल लेने के लिए भी गई, लेकिन उनमें से किसी को भी कोई परेशानी नहीं थी और पूरी तरह स्वस्थ थे। इसलिए टीम बिना सैंपल लिए ही लौट आई।