जम्मू कश्मीर के क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को बातचीत के लिए बुलाने के केंद्र के निमंत्रण पर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती आज बैठक करेंगी। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के वास्ते भविष्य के कदम पर चर्चा करने के लिए 24 जून को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
बैठक को लेकर विचार-विमर्श जारी
यह बैठक केंद्र द्वारा अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजन करने की घोषणा के बाद से इस तरह की पहली कवायद होगी। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य केंद्रीय नेताओं के भाग लेने की संभावना है। भाजपा और अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी ने बैठक में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है, जबकि पांच अन्य दलों- नेकां, पीडीपी, कांग्रेस, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और माकपा पार्टी के भीतर विचार-विमर्श के बाद बैठक में भाग लेने पर फैसला करेंगे।
फारूक अब्दुल्ला ने किया सरकार के कदम का स्वागत
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए एक फोन आया था। यह स्वागत योग्य कदम है और मैं अगले कुछ दिनों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से सलाह कर भविष्य के कदम पर चर्चा करूंगा। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पीडीपी जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों को बातचीत के लिए केंद्र सरकार के निमंत्रण पर चर्चा करने के लिए बैठक करेगी।
निमंत्रण पर चर्चा करने के लिए होगी बैठक: महबूबा मुफ्ती
महबूबा ने कहा कि नयी दिल्ली के साथ बातचीत को लेकर कोई स्पष्ट एजेंडा नहीं है। हालांकि, मैंने अपनी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) से इस पर चर्चा करने के लिए बैठक करने को कहा है।” पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की अंतिम मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वार्ता में भाग लेने का निर्णय पार्टी द्वारा लिया जाएगा। उन्होंने 2016 से 2018 तक भाजपा के साथ मिलकर बनाई गई गठबंधन सरकार का नेतृत्व किया था।
इन नेताओं को किया गया आमंत्रित
पीएजीडी जम्मू-कश्मीर के कुछ दलों का गठबंधन है, जिसमें नेकां और पीडीपी शामिल हैं, जो केंद्र सरकार के अगस्त 2019 के फैसलों के बाद बनाया गया था। अधिकारियों के मुताबिक आमंत्रित लोगों में चार पूर्व मुख्यमंत्री- नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती शामिल हैं। पूर्ववर्ती राज्य के चार पूर्व उपमुख्यमंत्रियों – कांग्रेस नेता तारा चंद, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता मुजफ्फर हुसैन बेग और भाजपा नेता निर्मल सिंह तथा कवींदर गुप्ता को भी बैठक में आमंत्रित किया गया है।