अयोध्या । उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन पर राजनीतिक दलों के द्वारा आरोप-प्रत्यारोप का दौर अभी थमा भी नहीं था कि इसी मामले पर एक नया मोड़ सामने आया है। पता चला है कि ट्रस्ट की तरफ से विवाद वाले दिन एक और जमीन की डील की गई, जिसमें 8 करोड़ रुपए भुगतान किए गए।
दरअसल जिस दिन साढ़े 18 करोड़ रुपए वाली जमीन की डील हुई, जिस पर विवाद चल रहा है। उसी दिन गाटा संख्या 242 में ही हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने 1.037 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के पक्ष में की। जिसके लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कुसुम पाठक और हरीश पाठक के खातों में आठ करोड़ में आरटीजीएस किया। बता दें जिस दिन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी से 1.208 हेक्टेयर जमीन का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट किया था, उसी दिन उसी समय ट्रस्ट ने कुसुम पाठक और हरीश पाठक से बैनामा लिया है।
दरअसल 18 मार्च को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पक्ष में 18 करोड़ 50 लाख का अनुबंध करने वाले सुल्तान अंसारी और रवि मोहन ने इसी दिन संबंधित भूमि गाटा संख्या 242, 243, 244 और 246 को 1.208 हेक्टेयर जमीन पहले हरीश पाठक और कुसुम पाठक से खरीदी। बाद में बैनामा होल्डर सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने दो करोड रुपए में खरीदी हुई जमीन 18 करोड़ 50 लाख में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को करार के तौर पर अनुबंध की, जिसमें 17 करोड़ रवि मोहन और सुल्तान अंसारी के खातों में बराबर-बराबर 8 करोड़ 50 लाख रुपए सुल्तान अंसारी और 8 करोड़ 50 करोड़ रुपए रवी मोहन तिवारी के खाते में ट्रस्ट ने आरटीजीएस किया।
आपको बताते चलें कि हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने 18 मार्च को दो रजिस्ट्री की है। पहला बैनामा रवि मोहन तिवारी और सुल्तान अंसारी के नाम 1.208 हेक्टेयर का किया गया। वहीं दूसरा बैनामा गाटा संख्या 242 में ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के पक्ष में 1.037 हेक्टेयर भूमि का बैनामा किया गया। लगभग 100 बिसवा से ज्यादा जमीन ट्रस्ट के पक्ष में सुल्तान अंसारी और रवि मोहन ने 18 करोड़ 50 लाख रुपए में अनुबंध किया तो वहीं लगभग 80 बिस्वा जमीन उसी जगह उसी स्थल के समीप 8 करोड़ रुपए में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने हरीश पाठक और कुसुम पाठक से रजिस्ट्री की है।
उठे सवाल
अब सवाल उठता है कि आखिर क्यों 100 बिसवा जमीन 18 करोड़ 50 लाख में ली गई और 80 बिसवा जमीन उसी स्थल से सटी हुई मात्र आठ करोड़ में ली गयी? जबकि दोनों भूमि कुसुम पाठक और हरीश पाठक की ही थी।
ये है पूरा मामला
बताते चलें कि दावा है कि हरीश पाठक ने सुल्तान अंसारी के साथ एक अनुबंध पत्र 2011 में ही जमीन से संबंधित अनुबंधित किया था, जो समय समय पर रिनिवल होता रहा। संबंधित जमीन पर पेशगी के तौर पर पहले ?10 लाख 2011 में सुल्तान अंसारी ने चुकाए थे और फिर 2017 में ?50 लाख दिया गया था जमीन का करार दो करोड़ में हुआ था। 18 मार्च 2021 में करार के मुताबिक रवि मोहन और सुल्तान अंसारी के नाम कुसुम पाठक और हरीश पाठक ने 1.208 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री की, जिसे बाद मैं सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने जिस दिन बैनामा लिया, उसी दिन ट्रस्ट के साथ 18 करोड़ 50 लाख में अनुबंधित किया है। जबकि हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने उसी दिन श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को 1.037 हेक्टेयर जमीन रजिस्ट्री की है, जिसके 8 करोड़ रुपए ट्रस्ट द्वारा जमीन की कीमत कुसुम पाठक और हरीश पाठक के खातों में आरटीजीएस की गई है।
- 8 करोड़ में एक और जमीन का सौदा आया सामने
- हरीश पाठक और कुसुम पाठक ने 1.037 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के पक्ष में की
- ट्रस्ट ने कुसुम और हरीश पाठक के खातों में आठ करोड़ रुपए आरटीजीएस किया