अरब सागर में उठा चक्रवात वायु गुरुवार को गुजरात तट से टकरा सकता है। बुधवार को मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि तूफान के असर से 175 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इसके असर से उत्तरी गुजरात के नौ तटीय जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई। पर्यटकों को द्वारका, सोमनाथ, सासन और कच्छ के तटीय इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन (एनडीआरएफ) की 36 टीमें तैनात की गई हैं।
आईएमडी के मुताबिक, वायु चक्रवात पोरबंदर, महुवा और दमन दीव क्षेत्र गुजरात के उत्तरी इलाके की ओर बढ़ रहा है। जूनागढ़, अमरेली, गिर, सोमनाथ, दीव, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, द्वारका और भावनगर में भारी बारिश हो सकती है। इस बीच मुंबई मौसम विभाग के प्रभारी बिशवोम्भर सिंह ने कहा है कि मुंबई में चक्रवात का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। हालांकि, हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
प्रशासन हाई अलर्ट पर, तटीय इलाकों में स्कूल-कॉलेज बंद
वायु से निपटने के लिए गुजरात प्रशासन हाई अलर्ट पर है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि तटीय इलाकों मेें रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ओडिशा सरकार के साथ संपर्क में है, ताकि तूफान फैनी के जैसे नुकसान को कम करने के तरीकों की जानकारी मिल सके। सभी कर्मचारियों को छुट्टी रद्द कर ड्यूटी पर लौटने को कहा है। तटीय इलाकों में सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्रों को 13 और 14 जून को बंद रखा जाएगा।
तटीय इलाकों में एनडीआरएफ की 36 टीमें तैनात
वायुसेना के सी-17 एयरक्राफ्ट के जरिए 160 सदस्यों की एनडीआरएफ टीम को जामनगर भेजा गया है। राज्य सरकार ने सेना, एनडीआरएफ, कोस्टगार्ड और अन्य एजेंसियों को राहत के लिए तैनात किया है। तटीय इलाकों में एनडीआरएफ की 36 टीमें राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात रहेंगी। सरकार ने मछुआरों को 13 से 16 जून तक समुद्र में न जाने की हिदायत दी है।
- मौसम विभाग ने कहा- 175 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी
- कच्छ, जामनगर, जूनागढ़, द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर, और सोमनाथ जिले में अलर्ट
- मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा- चक्रवात से निपटने के लिए हम फैनी से उबरी ओडिशा सरकार के संपर्क में
- मछुआरों को 13 से 16 जून तक समुद्र में न जाने की हिदायत