विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी डोमिनिका के अधिकारियों की हिरासत में हैं और वहां कुछ कानूनी प्रक्रियाएं चल रही हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि भगोड़ों को वापस लाने के लिए सभी प्रयास जारी रहेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि पिछले महीने ब्रिटेन-भारत की वार्ता में आर्थिक अपराधियों के विषय पर बात हुई थी और ब्रिटिश पक्ष ने कहा था कि उनके देश में अपराध न्याय प्रणाली की प्रकृति की वजह से कुछ कानूनी अड़चनें हैं, लेकिन वे ऐसे लोगों का जल्द से जल्द प्रत्यर्पण कराने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। भारत सरकार ब्रिटेन से भगोड़े भारतीय कारोबारियों विजय माल्या तथा नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के प्रयास कर रहा है ताकि उन पर यहां मुकदमे चल सकें।
बागची ने ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में चोकसी के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘जहां तक मेहुल चोकसी की बात है तो इस सप्ताह मेरे पास कोई ताजा जानकारी नहीं है। वह डोमिनिका के अधिकारियों की हिरासत में है और वहां कुछ कानूनी प्रक्रियाएं चल रही हैं।” डोमिनिका हाई कोर्ट ने चोकसी की जमानत पर सुनवाई 11 जून तक स्थगित कर दी है। स्थानीय खबरों में यह जानकारी दी गयी।
चोकसी 23 मई को एंटीगुवा और बारबुडा से रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था जहां वह 2018 से नागरिक के रूप में रह रहा था। बाद में उसे पड़ोस के देश डोमिनिका में हिरासत में लिया गया। पीएनबी घोटाले के मामले में भारत में वांछित भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के सवाल पर बागची ने कहा कि ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने 15 अप्रैल को उसके भारत प्रत्यर्पण का आदेश दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘हमें पता है कि नीरव मोदी इस फैसले के खिलाफ अपील की कोशिश कर रहा है। वह अभी ब्रिटिश अधिकारियों की हिरासत में है।”