बेंगलुरु। कर्नाटक नेतृत्व में बदलाव को लेकर चली रही अटकलों के बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने रविवार को कहा कि जब तक भाजपा आलाकमान को उन पर भरोसा है तब तक वह सीएम पर बने रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस बात से सहमत नहीं कि प्रदेश भाजपा में उनका स्थान लेने वाला कोई नेता नहीं है। येदियुरप्पा ने कहा, जब आलाकमान कहेंगे कि वे मुझे नहीं चाहते तो मैं इस्तीफा दे दूंगा और राज्य के विकास के लिए दिन और रात काम करुंगा। उन्होंने कहा, मुझे कोई भ्रम नहीं है। उन्होंने (आलाकमान) मुझे एक अवसर दिया है, मैं कुछ अच्छा करने के लिए इस मौके का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा हूं। बाकी आलाकमान पर है। येदियुरप्पा ने कहा, मैं किसी की भी आलोचना नहीं करुंगा। मैं इससे सहमत नहीं हूं कि कोई विकल्प नहीं है।
यह संभवत: पहली बार है जब 78 वर्षीय नेता ने नेतृत्व में बदलाव और प्रदेश भाजपा में उनके स्थान पर कोई और नेता आने की अटकलों के बाद इस पर विस्तार से बात की है। राज्य के पर्यटन मंत्री सी पी योगीश्वर और हुब्बली-धारवाड़ पश्चिम से विधायक अरविंद बेल्लाद हाल ही में दिल्ली गए थे और ऐसा बताया जा रहा है कि उन्होंने येदियुरप्पा के काम करने के तरीके के खिलाफ कुछ विधायकों की राय आलाकमान के सामने रखी तथा उनसे मुख्यमंत्री पर लगाम लगाने का अनुरोध किया। इसके बाद से इन अटकलों को बल मिल गया। हालांकि, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील और संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने नेतृत्व में बदलाव से इनकार कर दिया था और कहा था कि येदियुरप्पा अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। येदियुरप्पा के बेटे और प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष बी वाई विजेंद्र हाल ही में दिल्ली गए और उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की तथा ऐसा बताया गया कि उन्होंने असंतुष्ट विधायकों पर लगाम लगाने का अनुरोध किया। इससे पहले भी ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा आलाकमान येदियुरप्पा की बढ़ती उम्र को देखते हुए आने वाले दिनों में कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन पर विचार कर रहा है।
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