भोपाल/रतलाम : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सिविल अस्पताल जावरा में जन-सहयोग से स्थापित हुआ ऑक्सीजन प्लांट, समस्याओं के निराकरण के लिए जनता की पहल और अनुकरणीय नेतृत्व क्षमता का उदाहरण है। कोरोना की आपदा से निर्मित कठिन परिस्थितियों में स्थानीय स्तर पर जनता को राहत देने की भावना से किया गया यह कार्य कमर्ठता और जुनून का ही परिणाम है। मुख्यमंत्री चौहान जावरा के सिविल अस्पताल में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट के लोकार्पण अवसर पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को निवास से संबोधित कर रहे थे। जावरा में आयोजित कार्यक्रम में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद सुधीर गुप्ता, अनिल फिरोजिया तथा स्थानीय विधायक राजेन्द्र पांडे उपस्थित थे।
ऑक्सीजन प्लांट से 10 लाख की आबादी को राहत
सिविल अस्पताल जावरा में स्थानीय विधायक राजेन्द्र पांडे के प्रयासों और जन-सहयोग से 20 क्यूबिक प्रति घंटा की क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया है। इससे 65 मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन मिल सकती है। इस प्लांट से 72 सिलेंडर प्रतिदिन भरे जा सकते हैं। कोरोना के कठिन काल में ऑक्सीजन व्यवस्था और प्लांट की स्थापना के लिए विधायक निधि, सांसद निधि के अतिरिक्त एक करोड़ से अधिक की राशि दानदाताओं से प्राप्त हुई। इस प्लांट के लग जाने से जावरा सहित क्षेत्र की दस लाख की आबादी को राहत मिलेगी।
वृक्षारोपण अवश्य करें
मुख्यमंत्री चौहान ने लोकार्पण अवसर पर अपील की कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्लांट आरंभ हो रहा है, अत: प्लांट परिसर में वृक्षारोपण अवश्य किया जाये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है, परंतु कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन आवश्यक है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए जावरा सहित सभी अस्पतालों में आवश्यक संसाधन बढ़ाए जाएंगे। जनता के सहयोग, क्रायसिस मैनेजमेंट समितियों और जन-प्रतिनिधियों की सक्रियता से ही तीसरी लहर को रोकना संभव होगा।