केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय इलाकों में रविवार को तबाही मचाने के बाद चक्रवात ‘तौकते’ उत्तर में गुजरात की ओर बढ़ रहा है। चक्रवात के चलते तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ ही भारी बारिश हुई और समुद्र में ऊंची लहरें उठीं। काफी भीषण चक्रवाती तूफान’’ में तब्दील हुआ ये तौकते शाम तक गुजरात के तट तक पहुंचेगा इसके बाद पोरबंदर और भावनगर जिले के महुआ के बीच से गुजरेगा।
गुजरात में येलो अलर्ट जारी
आईएमडी ने कहा कि 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं उत्तर-पूर्व अरब सागर एवं गुजरात तथा दमन एवं दीव के तटों पर चल रही हैं, जिसके चलते गुजरात तथा दमन एवं दीव के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है। आईएमडी के चक्रवात चेतावनी विभाग के मुताबिक, 18 मई तक 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। वहीं अब तक चक्रवात के कारण हुई घटनाओं की चपेट में आकर छह लोगों की मौत हो गई जबकि सैकड़ों घरों का नुकसान पहुंचा और बिजली के खंभे एवं पेड़ उखड़ गए तथा लोगों को घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा।
एनडीआरएफ की टीमें तैनात
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ अगले 24 घंटे में और तीव्र हो सकता है और इसके सोमवार शाम तक गुजरात के तट पर पहुंचने की संभावना है। आईएमडी ने एक बुलेटिन में बताया कि यह मंगलवार तड़के तक पोरबंदर और भावनगर जिले में महुवा के बीच राज्य के तट को पार सकता है। गुजरात में निचले तटीय इलाकों से करीब डेढ़ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 54 टीमों को तैनात किया गया है।
कई जिले हुए प्रभावित
भारतीय नौसेना ने एर्नाकुलम जिले के तटीय गांव चेल्लानेम में अपने गोताखोर एवं त्वरित प्रतिक्रिया टीमें तैनात की हैं। राज्य सरकार के मुताबिक, कम से कम नौ जिले समुद्र के अशांत होने से प्रभावित हैं। वहीं कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा रविवार सुबह जारी स्थिति रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़, कोडागु, शिवमोगा, चिकमंगलुरू और हासन जिलों के 73 गांव और 17 तालुका चक्रवात से अभी तक प्रभावित हुए हैं।
एनसीएमसी की हुई बैठक
नई दिल्ली में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की रविवार को हुई बैठक में देश के शीर्ष नौकरशाह ने एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि चक्रवात ‘तौकते’ के कारण प्रभावित राज्यों में कोविड अस्पतालों का कामकाज निर्बाध रूप से चलता रहे और कोई जनहानि न हो। केंद्र व राज्यों की एजेंसियों की तैयारी की समीक्षा करते हुए गौबा ने कहा कि चक्रवात प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिये सभी उपाय किये जाने चाहिए जिससे किसी तरह की जनहानि या नुकसान न हो।
ठाकरे ने जारी किया अलर्ट
उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि चक्रवात ‘तौकते’ के मद्देनजर राज्य के तटीय जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और राज्य प्रशासन ने कोविड-19 अस्पतालों में बिजली और ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है। ठाकरे ने चक्रवातीय तूफान से निपटने की तैयारी के सिलसिले में हुई डिजिटल बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह को यह जानकारी दी। ठक के दौरान ठाकरे ने कहा कि विशाल कोविड-19 केंद्र एवं अन्य केंद्र मरीजों को वर्षा से बचा सकते हैं, साथ ही इस चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुम्बई से कुछ मरीज अन्य सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिये गये हैं।