झिरन्या।
सीमावर्ती महाराष्ट्र के शेरी नाका (छेंडिया अंजन) से आठ किलोमीटर दूर सहस्रलिंग (रावेर मार्ग) पर रावेर पुलिस वैन पर हुई गोलीबारी के मामले में 36 घंटे के भीतर पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से चित्तौड़गढ़-भुसावल राजमार्ग पर आवाजाही करने वाले वाहन चालकों और राहगीरों में भी दहशत का माहौल था।
राजमार्ग के सावदा घाट पर लूटपाट और मारपीट की घटनाएं होती हैं, लेकिन रावेर मार्ग पर हुआ घटनाक्रम पुलिस के लिए पहेली बनकर रह गया था। पुलिस चौकी कस्बा पाल के प्रभारी राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि मंगलवार तड़के दो मोटरसाइकिलों से आरोपित संदिग्ध अवस्था में कस्बा पाल की ओर आ रहे थे। पुलिस द्वारा रोकने पर बंदूक से गोलीबारी की गई और वे बंदूक घटनास्थल पर ही छोड़कर फरार हो गए। मोबाइल वैन में श्रीराम कांगणे, कांतिलाल तायड़े, सुनील तड़वी, अंकित समर्थ थे। घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ। पुलिस ने देसी बंदूक, छर्रे, बारूद आदि बरामद किए थे। पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्र पिंगले के अलावा बशीर शेख, रामदास वाकोड़े के मार्गदर्शन में पुलिस के चार दल गठित किए गए। गुरुवार को आरोपित 30 वर्षीय रमेश जगन, 28 वर्षीय दिनेश जबरसिंह, 18 वर्षीय विजय मगनसिंह और 28 वर्षीय दशरथ शिकारिया निवासी गारबर्डी को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने स्वीकार किया कि वे अपराध नहीं करना चाहते थे। वे वन्य प्राणियों के शिकार पर निकले थे। इन सभी आरोपितों को न्यायालय रावेर द्वारा न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस टीम में शीतल कुमार नाईक, राजेंद्र राठौड़, संदीप धनगर, अतुल तड़वी, नरेंद्र बाविस्कर आदि शामिल थे।