हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में फंसे गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की मदद के लिए उन्हें 5-5 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है। कोरोना की वजह से देश के ज्यादातर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लॉकडाउन (Lockdown) जैसी कड़ी पाबंदियां लागू हैं। इसकी वजह से गरीबों ना रोजगार मिल रहा है और ना ही किसी तरह की आय हो रही है। इसे देखते हुए मनोहर लाल खट्टर सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को 5-5 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने का फैसला किया है।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, ‘गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को 5 हजार रुपये देने का फैसला लिया गया है, क्योंकि उनकी रोजी-रोटी बंद हो गई है और उन्हें कोविड की वजह घर में ही रहना है। उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।’
आपको बता दें कि रविवार को हरियाणा सरकार ने कोरोना महामारी पर लगाम के लिए लॉकडाउन की अवधि को 17 मई तक बढ़ाए जाने की घोषणा की थी। इससे पहले हरियाणा सरकार ने 3 मई से राज्य में लॉकडाउन लगाया था और 10 मई को इसे फिर से एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया।
इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की थी कि सामान्य श्रेणी के जो मरीज किसी निजी अस्पताल में भर्ती हैं और ऑक्सीजन या ICU सपोर्ट पर हैं, उन्हें राज्य सरकार अधिकतम 7 दिनों के लिए प्रतिदिन प्रति मरीज 5,000 रुपये की सहायता देगी। वहीं, जो BPL श्रेणी से संबंधित हैं, उन्हें 35,000 रुपये की मदद मिलेगी। इसके अलावा, निजी अस्पताल को भी राज्य से संबंधित कोविड-19 रोगियों को भर्ती लेने में वरीयता देने पर प्रतिदिन प्रति मरीज 1,000 रुपये या अधिकतम 7,000 रुपये का प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसी तर्ज पर BPL रोगियों के लिए राज्य सरकार द्वारा 42,000 रुपये चिकित्सा सहायता के रूप में प्रदान किए जाएंगे।